- प्रधानमंत्री कार्यालय तक शिकायत के बाद चाचा पर केस
- धोखाधड़ी का शिकार भतीजा डेढ़ साल से लगा रहा था थाने के चक्कर
उज्जैन,अग्निपथ। देवास रोड स्थित सुगंधी गैरेज के संचालक पर गुरुवार को माधवनगर पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। आरोप है कि उन्होंने खुद को इकलौता वारिस बताकर करीब दो करोड़ की जमीन की रजिस्ट्री करवाई है। खास बात यह है कि पीडि़त को डेढ़ साल थाने के चक्कर लगाने के साथ प्रधानमंत्री कार्यालय तक गुहार लगाना पड़ी।
रामकृष्ण कॉलोनी निवासी पीयूष पिता राजेंद्र सुगंधी (37) ने डेढ़ साल पहले थाने से आईजी तक को शिकायत की थी। बताया था उनके दादा सत्यनारायण सुगंधी का महाश्वेता नगर में करीब दो करोड़ रुपए कीमत का 3100 स्क्वेयर फीट प्लाट है। दादा की मौत के बाद चाचा शैलेंद्र सुगंधी (63) ने खुद को इकलौता वारिस बताते हुए झूठा शपथ पत्र देकर प्लाट अपने नाम करवा लिया। पर्याप्त आधार नहीं होने पर पुलिस केस दर्ज नहीं कर रही थी।
नतीजतन पीयूष डेढ़ साल से थाने के चक्कर लगा रहा था। वह डीजीपी विवेक जोहरी से मिला और सीएम हेल्प लाइन पर भी शिकायत की। इस पर पुलिस ने डीपीओ से सलाह ली, लेकिन केस बनने की सलाह पर मामला अटका रहा। नतीजतन पीयूष ने मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री को ऑन लाईन अपील कर दी। वहां से सीएम हेल्प लाइन पर पुन: मामला आने के बाद पुलिस को आखिरकार शैलेंद्र सुगंधी के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज करना पड़ा। याद रहे देवासरोड स्थित सुगंधी गैरेज शैलेंद्र व उनके भाइयों का है।
अधिकारियों के खिलाफ भी शिकायत
खास बात यह है कि पीयूष ने केस दर्ज नहीं करने पर चार पूर्व थाना प्रभारी व अधिकारियों की शिकायत मुख्यालय से लोकायुक्त तक कर रखी है। उसने डीपीओ राजकुमार नेमा की भी उसके पक्ष में सलाह नहीं देने पर शिकायत कर दी थी। पीयूष ने कहा अब भी कूटरचित दस्तावेज की धारा नहीं लगाई गई है। इसलिए वह कार्रवाई नहीं करने वाले अधिकारियों को बख्शेगा नहीं।