जावरा, अग्निपथ। छोटे किसानों की दिक्कत खत्म करने के लिए मंडी में अब हर सप्ताह शुक्रवार को प्लेटफॉर्म पर ही लहसुन की नीलामी की जाएगी। बाकी दिनों ट्रैक्टर-ट्राली में ही रखी लहसुन नीलामी में शामिल हो सकेगी।
यह फैसला मंडी प्रशासन ने लहसुन उत्पादन करने वाले छोटे किसानों की समस्या सामने आने पर लिया है। हालांकि सप्ताह में सिर्फ एक दिन प्लेटफॉर्म पर रखकर लहसुन की नीलामी के फैसले से किसान असंतुष्ट हैं। उनकी मांग है कि नियमित तौर पर यह व्यवस्था पहले की तरह लागू की जाए। दरअसल, जावरा मंडी में एक साल से भी ज्यादा समय हो गया है किसानों की लहसुन प्लेटफार्म पर नीलाम नहीं करते हुए ट्रालियों में नीलाम की जा रही थी।
व्यापारियों के इस निर्णय को मंडी प्रशासन ने भी समर्थन दे रखा था। इससे कम लहसुन बिक्री के लिए लाने वाले किसानों को बेरंग लौटा दिया जा रहा था। अब किसानों की समस्या उजागर होने के बाद मंडी सचिव ने गुरुवार को प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि अनुविभागीय अधिकारी एवं भार साधक अधिकारी मंडी द्वारा निर्देशित किया गया है कि मंडी प्रांगण में लघु कृषकों की समस्या को ध्यान में रखते हुए प्रति शुक्रवार से एक से पांच कट्टे लहसुन की खुली नीलामी प्लेटफार्म पर की जाएगी।
प्लेटफॉर्म नीलामी ने होने से यह थी दिक्कत
छोटे किसान के लिए ट्राली में इतनी कम लहसुन लाना संभव नहीं है। ट्रैक्टर-ट्राली का किराया इतना ज्यादा होता है कि अपनी कम लहसुन अगर ट्रालियों में नीलाम कराएगा तो कुछ बचत नहीं रहेगी। व्यापारियों के ट्रालियों में आई लहसुन खरीदने के फैसले से कम उपज लाने वाले किसानों को नीलामी में शामिल नहीं होने दिया जाता था। उसको मंडी में दलालों को लहसुन बेचनी पड़ती थी।
दैनिक अग्निपथ ने उठाया था मुद्दा
लहसुन उत्पादक छोटे किसानों की समस्या को दैनिक अग्निपथ ने हाल ही में प्रमुखता से प्रकाशित किया था। जिसका असर हुआ कि अब सप्ताह में एक रोज प्लेटफार्म पर नीलामी होगी। इस मामले में जब हमने विधायक और एसडीएम से बात की थी तो उन्होंने सप्ताह भर में एक मीटिंग करके समस्या हल करने का वादा किया था। इसके चलते ही गुरुवार को मंडी प्रशासन ने हर शुक्रवार लहसुन की खुली नीलामी करने के फैसले की जानकारी दी है।
व्यापारियों का माल पड़ा प्लेटफार्म पर
प्लेटफार्म पर सप्ताह में एक बार नीलामी चालू होने के आदेश के बाद भी व्यपारियों का माल प्लेटफॉर्म पर ही पड़ा हुआ है। जिस वजह से किसान अपनी फ़सल को प्लेटफार्म पर ढेर नहीं कर पायेगा ऐसी स्थिति में किसानों को अपना माल खुले स्थान पर ढेर करता है और अचानक बारिश होने पर किसानों को अपनी उपज बचाने के लिए बड़ी मशक्कत करना पड़ेगी।
असन्तुष्ट है किसान
मंडी में प्लेटफार्म पर नीलामी तो चालू कर दी लेकिऩ सप्ताह में केवल एक बार शुक्रवार को प्लेटफार्म पर नीलामी होगी।
किसानों का कहना है कि सप्ताह में एक बार अगर नीलामी प्लेटफार्म पर होने से कम लहसुन लेकर आने वाले सारे किसान एक ही दिन में नहीं आ सकते हैं। यदि आ भी जाए तो मंडी में इतनी व्यवस्था नही है कि लहसुन प्लेटफार्म पर ढेर हो जाए। किसानों को समस्या तो अभी भी वही है। मंडी के जिम्मेदारों को व्यवस्था में सुधार करके निरंतर प्लेटफॉर्म पर नीलामी चालू करनी चाहिए।