मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिए
भोपाल। मध्यप्रदेश के सभी स्कूलों में 6वीं से 8वीं तक क्लास भी 1 सितंबर से शुरू हो जाएंगी। क्लास में 50 प्रतिशत बच्चे उपस्थित रह सकेंगे। ये निर्णय शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया। क्लास संचालन के दौरान अभिभावक की सहमति और कोविड 19 की गाइडलाइन का पालन अनिवार्य है। बैठक में स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) राज्यमंत्री इंदर सिंह परमार एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
स्कूल संचालकों का दबाव काम आया
दो दिन पहले ही प्राइवेट स्कूल संचालक शिक्षा मंत्री से मिले थे। उन्हें भी मंत्री परमार ने जल्द ही स्कूल खोले जाने का आश्वासन दिया था। स्कूल संचालकों ने छोटे बच्चों के लिए स्कूल नहीं खोले जाने पर प्रदर्शन करने की बात कही थी। इन्हीं सब को देखते हुए अब पिछले दो साल से बंद चल रहे स्कूल सभी बच्चों के लिए खोले जाने की प्लानिंग पर स्कूल शिक्षा विभाग काम शुरू कर दिया था।
अभी इस तरह स्कूल चल रहे
- सिर्फ 50 प्रतिशत क्षमता के साथ 9वीं से 12वीं की क्लास लग रही हैं। 11वीं और 12वीं की क्लास सप्ताह में दो दिन है। 9वीं और 10वीं की क्लास सप्ताह में एक दिन।
- जहां बच्चों के बैठने की समुचित व्यवस्था नहीं है, वहां सप्ताह में एक दिन छोटे-छोटे ग्रुप में क्लास लगाई जा सकती है।
- बच्चों को स्कूल भेजने के लिए अभिभावकों की अनुमति जरूरी होगी।
- स्कूल में कोरोना से निपटने के लिए सभी तरह के तरीके जैसे सैनिटाइजर, मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अनिवार्य होगा।
- सभी शिक्षकों और कर्मचारियों का 100 प्रतिशत वैक्सीनेशन होना अनिवार्य।
- बच्चे की तबीयत खराब होने पर उसे तत्काल अस्पताल ले जाने के साथ ही अभिभावकों को सूचना देना अनिवार्य है।