उज्जैन। कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग का एक प्रतिनिधि मंडल राष्ट्रीय सचिव दिलीप राजपाल और प्रदेश अध्यक्ष मुजीब कुरैशी के नेतृत्व में पुलिस महानिरीक्षक और कलेक्टर से मिला। मोहर्रम की 9 तारीख की रात्रि हुई रिपोर्ट एवम प्रकरण के संबंध में चर्चा करके एक ज्ञापन के साथ वीडियो ओर सोशल मीडिया की रिपोर्ट सहित न्यूज आदि के सबूत पेश कर मांग की है कि तथाकथित वीडियो के साथ छेड़ छाड़ करने और शरारत व साजिश करने वाले तत्व की पहचान की जाए और झूठा प्रकरण समाप्त किया जाए।
उज्जैन का अल्पसंख्यक समुदाय वतन परस्त है और शांति सद्भाव में विश्वास रखता है। इस शहर में होने वाले सिहंस्थ पर्व पर तीर्थ यात्रियों की हर प्रकार की सेवा निस्वार्थ भाव से करते हैं। कई अवसरों पर मस्जिदों में महिला पुरुष यात्रियों को ठहराया गया है। इस सद्भाव, एकता और शांति के शहर को बदनाम किया गया है। हजरत इमाम हुसैन की शहादत को याद करने वाले कभी भी देशद्रोही नारे नही लगा सकते हे। उसूलों पर मर मिटने वालो के चाहने वाले हिदुस्तान को एकता और अखंडता के लिए अपनी जान कर्बला वालो को तरह कुर्बान कर सकते हे।लेकिन देश के गद्दारों का कभी भी साथ नही दे सकते हे।
उन्होंने कहा कि इस घटना से देशभक्त मुसलमानो का अपमान हुआ हे इसलिए एडिटिंग किए गए वीडियो की फोरेंसिक जांच उच्च स्तरीय करवाई जाना आवश्यक हो गया हे।अधिकारी द्वय ने आश्वासन दिया हे कि वे निष्पक्ष जांच कराएंगे और दूसरी घटना में आपत्ति जनक नारे लगाने वालो के खिलाफ भी प्रकरण दर्ज कर लिया गया है और वीडियो के आधार पर आरोपियों को कानून के हवाले किया जाएगा।
प्रतिनिधिमंडल में उज्जैन प्रभारी आनंद कासलीवाल जैन, खुर्शीद मंसूरी, शहर अध्यक्ष माजिद खान, शमीम एडवोकेट, जावेद एडवोकेट,रहीम लाला, सद्दाम पटेल, नोशद खान, ब्लाकअध्यक्ष नईम हुसेन, प्रवक्ता, मोहसिन पठान, वसीम मकसूदअली आदि शामिल थे। शहर में शांति सदभाव को बनाए रखने और अफवाहों से सावधान रहने की अपील की है।