होमगार्ड जवानों ने बचाया, पुलिस को सौंपा
उज्जैन, अग्निपथ। लाखों के कर्ज में डूब चुके ग्रामीण ने क्षिप्रा नदी में छलांग लगाकर जान देने का प्रयाय किया। होमगार्ड जवानों ने उसे देखा तो बचाकर बाहर निकाला।
क्षिप्रा नदी में बारिश को देखते हुए होमगार्ड की डीआरसी टीम को तैनात किया गया है। जवान दिन-रात नहाने के लिये आने वालों पर नजर बनाये रखते है। शुक्रवार देर रात रामघाट पहुंचे व्यक्ति ने कुछ देर घाट पर घूमने के बाद अचानक नदी में छलांग लगा दी। उसे होमगार्ड के जवान ओमप्रकाश, जगदीश, पंकज, दीपक और राहुल ने देखा तो बचाकर बाहर निकाला।
उससे नदी में छलांग लगाने का कारण पूछा तो वह कुछ नहीं बोला। मामले की सूचना महाकाल थाना पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंच पूछताछ की तो बमुश्किल उसने अपना नाम सुभाष पिता बाबूलाल बैरागी निवासी ग्राम लेकोड़ा होना बताया। उसके पास से कई पन्नों के दस्तावेज मिले। जिस पर लाखों के कर्ज का हिसाब लिखा हुआ था।
एक पन्ने पर उसने दो वर्षों से घुट-घुट के मर रहा हूं, जो गलती मैंने नहीं कि उसकी सजा मुझे मिली है। किसी से कोई शिकायत नहीं, मेरी नीयत-नीति खराब थी। पुलिस उसे थाने लेकर पहुंची और परिजनों को सूचना देकर बयान दर्ज करने के बाद उसे घर भेज दिया गया।