सात दिन में समस्या का समाधान नहीं हुआ तो होगा अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन
जावरा, अग्निपथ। जबरदस्ती हमारी जमीन ले ली, मुआवजा भी पूरा नहीं दिया और अब हाई-वे किनारे दीवार बनाकर खेतों में जाने का रास्ता बंद कर दिया। साहब.., हम पहले ही परेशान हैं हमें गोली से मरवा दीजिए। उसके बाद आप अपना काम चालू कर कर लेना।
यह व्यथा शनिवार को क्षेत्र के ग्राम चौरासी बड़ायला के सैकड़ों किसानों ने सुनाई। जावरा के पास से गुजरने वाले मुंबई-दिल्ली एक्सप्रेव वे (हाईवे) के निर्माण के चलते ठेकेदार कंपनी की कथित मनमानी और अधिकारियों की अनदेखी से त्रस्त किसानों की पीड़ा आखिरकार आक्रोश बनकर फूट पड़ी। आक्रोशित किसान पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष कांग्रेस नेता वीरेंद्रसिंह सोलंकी के नेतृत्व में शनिवार सुबह निर्माणाधीन मार्ग पर पहुंचें और निर्माण में लगे सारे वाहनों को रोककर काम बंद करवा दिया। इसके बाद किसान धरने पर बैठ गए। किसानों के आंदोलन की खबर लगने पर मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों को भी किसानों ने अल्टीमेटम दे दिया है कि सात दिन में यदि उनकी समस्याओं का निराकरण नहीं हुआ तो अनिश्चिकालीन धरना देंगे। अधिकारियों के आश्वासन के बाद करीब 7 घंटे बाद किसानों ने अपना धरना प्रदर्शन खत्म किया।
ये है परेशानी
आंदोलन करने को मजबूर हुए किसानों के मुताबिक एक्सप्रेस-वे की दोनों साइड पर निर्माण एजेंसी बाउंड्री वॉल बना रही है। जिससे किसानों को खेतों पर आने-जाने की समस्या खड़ी हो गई है। यहां तक कि पानी की निकासी सही नहीं है जिस कारण पानी खेतों से लेकर गाँव तक में घुस रहा है।
मुआवजा भी कम कर दिया
किसानों का आरोप है कि रोड का काम चालू होने के बाद भी किसानों को एक समान पूरा मुआवजा नही मिला है। चौरासी बडायला में 2 वर्षों से 8 लाइन रोड का कार्य चालू है तब से हम परेशान हैं। सडक़ निर्माण कंपनी ने जबरन हमारी जमीन अधिग्रहण कर ली है किंतु मुआवजा आज तक सही तरीके से गाइडलाइन के अनुसार नहीं मिला है। पहले जिस गाइडलाइंस से मिल रहा था अब यह बताया जा रहा कि गाइडलाइन कम हो गई और कम मुवावजे दिया जा रहा है।
अधिकारियों ने किया था वादा मिलेगा रास्ता
काडंरवासा गांव में दो साल पहले रोड निर्माण का कार्य प्रारंभ होने के वक्त कलेक्टर की मौजूदगी में तय हुआ था कि सभी किसानों को उनके खेतों तक पहुंचने का मार्ग मिलेगा। लेकिन निर्माण कंपनी ने रोड के दोनों तरफ बाउंड्री वॉल बनाने का काम चालू कर दिया है और हमारे रास्ते रोक दिए हैं। कुछ बायपास भी बनाए गए हैं। उसकी वजह से हमारे खेतों में पानी भरा रहा है और पानी गांव तक भी पहुंच गया है। जिस कारण हमें काफ़ी नुकसान हुआ है।
कहीं सुनवाई नहीं इसलिए धरना
किसानों का कहना है कि हमने कई बार नेशनल हाईवे एथोरिटी (एनएचआई) ऑफिस, एसडीम व कलेक्टर ऑफिस भी अपनी समस्या सुनाने गए लेकिन किसी ने कोई सुनवाई नहीं की है। उसके बाद हमने 8 लेन रोड पर यह धरना दिया है। किसानों को अधिकारियों ने 7 दिन में समस्याएं हल करने का आश्वासन दिया है। जिसके बाद धरना खत्म समाप्त किया गया।
इनका कहना है
किसानों की समस्याओं को लेकर धरना दिया है। जावरा एसडीएम ने हमसे फोन पर बात की और बताया कि जल्द से जल्द किसानों की समस्याओं का समाधान करेंगे। रोड निर्माण कंपनी के जिम्मेदार अधिकारी ने किसानों को लिखित में आश्वासन दिया है कि 7 दिन में खेतों के रास्ते व बायपास की समस्या का समाधान कर देंगे। मुआवजे के लिए एसडीएम जावरा जल्द से जल्द कमिश्नर से बात करके समस्या का समाधान करेंगे। ऐसा नहीं करते हैं तो हम ना सिर्फ चौरासी बड़ायला बल्कि पूरे क्षेत्र में जितने भी इस समस्या से प्रभावित हैं उन सबके साथ में 7 दिन के बाद में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे। हम पर कार्रवाई कर दे लेकिन किसानों के साथ आंदोलन जारी रखेंगे। – वीरेन्द्र सिंह सोंलकी, पूर्व उपाध्यक्ष, जिला पंचायत रतलाम
किसानों की कुछ समस्याएं है जिसको लेकर किसानों ने धरना दिया है। हमने समझाइश दी और समस्या सुनी है। एक सप्ताह में किसानों की समस्याओं का समाधान हो जाएगा। यह आश्वासन नहीं दावा है कि किसानों का काम 1 हफ्ते में करके बताऊंगी और किसानों को रास्ता दिया जाएगा। – किरण बरबड़े, तहसीलदार, पिपलौदा