उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव ने जीडीसी कॉलेज में विकास कार्यों का भूमिपूजन किया
उज्जैन, अग्निपथ। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को दशहरा मैदान स्थित शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में विश्व बैंक परियोजना के अन्तर्गत 395.66 लाख रुपये की लागत से क्लास रूम, लायब्रेरी, आफिस, बॉटनी, फिजिक्स, कैमेस्ट्री, लेंग्वेज, कम्प्यूटर एवं सायकोलॉजी प्रयोगशाला, जिम, योगा हॉल, म्युजियम, गल्र्स कॉमन रूम और टॉयलेट निर्माण का भूमिपूजन किया।कार्यक्रम की अध्यक्षता सांसद अनिल फिरोजिया ने की। उज्जैन उत्तर के विधायक पारस जैन और विवेक जोशी बतौर विशिष्ट अतिथि कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। उल्लेखनीय है कि उक्त निर्माण कार्य मप्र गृह निर्माण एवं अधोसंरचना विकास मण्डल द्वारा किये जायेंगे। स्वागत भाषण महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एचएल अनिजवाल द्वारा दिया गया। उन्होंने बताया कि महाविद्यालय में विकास का कार्य निरन्तर चल रहा है। लगातार दूसरी बार नेक द्वारा महाविद्यालय को ए ग्रेड प्रदाय की गई है। यहां सभी संकायों में परीक्षा परिणाम ए ग्रेड में आते हैं।
मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विक्रम विश्वविद्यालय में 44 प्रकार के नये कोर्सेस प्रारम्भ किये जायेंगे। उज्जैन को शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण नगर के रूप में देश-प्रदेश में जाना जायेगा। कन्या महाविद्यालय के विकास के लिये मंत्री डॉ. यादव ने मास्टर प्लान बनाने के निर्देश दिये।
सांसद अनिल फिरोजिया ने कहा कि यह कॉलेज लगभग 62 वर्ष पहले बनाया गया था। इसका भवन काफी पुराना हो चुका है, इसीलिये इसका जीर्णोद्धार होना चाहिये। उज्जैन भगवान कृष्ण की विद्यास्थली रही है और कालिदास की कर्मस्थली रही है। उज्जैन नगरी भविष्य में एजुकेशन हब के रूप में विकसित की जाये, यह हम सभी का सपना है। गल्र्स डिग्री कॉलेज का होस्टल भी काफी जर्जर हो चुका है, अत: इसे डिसमेंटल का नया भवन बनाया जाये।
विश्व बैंक परियोजना के प्रभारी अधिकारी डॉ. वीके गुप्ता ने जानकारी दी कि विश्व बैंक परियोजना उच्च शिक्षा विभाग की परियोजना है। इसके तहत महाविद्यालयों में विकास के बहुत सारे कार्य किये जा रहे हैं। आने वाले समय में शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में जो भी निर्माण कार्य होंगे, निश्चित रूप से महाविद्यालय को नई ऊंचाईयों पर ले जायेंगे।
कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय की प्राध्यापक डॉ. भारती जैन ने किया और आभार प्रदर्शन प्राध्यापक डॉ. मनचंदिया ने किया। इस दौरान माधव विज्ञान महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अर्पण भारद्वाज और शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय का समस्त स्टाफ मौजूद था।