पेटलावद। अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के निर्देशन में तेरापंथ युवक परिषद पेटलावद द्वारा आचार्य महाश्रमणजी के सुशिष्य मुनि वर्धमानकुमार आदि ठाणा-2 के सान्निध्य में बारह व्रत कार्यशाला का आयोजन 23 अगस्त से 29 अगस्त तक किया गया।
तेयुप पेटलावद के अध्यक्ष रुपम पटवा ने बताया कि इस बार पूरे भारत के साथ साथ नेपाल में ऑनलाइन व ऑफ़लाइन के माध्यम से बारह व्रत कार्यशाला का कार्यक्रम हो रहा है। मुनिश्री वर्धमानकुमार ने श्रावक समाज को बारह व्रत के विषय में विस्तार से समझाया। उन्होंने बताया कि जैन सिद्धान्तों को ध्यान में रखकर आचार्यों द्वारा बारह व्रतों का निर्माण किया गया है। जिससे संसार में रहकर ग्रहस्थ जीवन व्यतीत करते हुए भी व्यक्ति कर्मों के बंधन को कम कर सकता है।
परिषद अध्यक्ष रुपम पटवा ने बताया कि हम बारह व्रत कार्यशाला के माध्यम से अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद की 350 शाखाएं पूरे देश में प्रतिवर्ष श्रावक समाज को बारह व्रत के प्रत्याख्यान करवाते हुए आध्यात्मिक विकास की ओर अग्रसर करने का कार्य करती है। परिषद मंत्री महेश भंड़ारी ने बताया कि इस वर्ष कई श्रावक श्राविकाओं द्वारा मुनिश्री से बारह व्रत समझकर स्वीकार किये हैं। श्रावक समाज में आध्यात्मिक विकास हेतु हमारी संस्था समय-समय पर ऐसे कार्यक्रम करती रहती है। उक्त जानकारी परिषद मीडिया प्रभारी पीयूष पटवा द्वारा दी गई।