बदनावर, अग्निपथ। प्रदेश के उद्योगमंत्री व क्षेत्रीय विधायक राजवर्धनसिंह दत्तीगांव के प्रयासों से क्षेत्र में तीन आदिवासी छात्रावास भवनों की सौगात मिली है। जिनकी मांग लंबे अरसे से की जा रही थी। जनजातीय कार्य विभाग ने इस संबंध में एक आदेश जारी कर ग्राम कानवन, बिड़वाल एवं संदला के लिए करीब 10 करोड़ रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की है। अब इनके जल्द की कार्य प्रारंभ होने की संभावना है। दूसरी और यहां लघु परियोजना कार्यालय परिसर में स्थित छात्रावास भवन की छत के चद्दर बारिश में एक वर्ष पूर्व उड़ गए थे जिसकी अब तक सुध नही ली गई।
बदनावर क्षेत्र में कुल 16 शासकीय छात्रावास संचालित हो रहे है। इनमें ग्राम बदनावर में 6, संदला में 2 तथा कानवन, बिड़वाल, बखतगढ़ एवं बोरदा में आदिवासी सीनियर छात्रावास शामिल है। जहां कक्षा 9 से 12 वीं तक के विद्यार्थियों को आवास सुविधा दी जा रही है। जबकि ग्राम रूपाखेड़ा, इमलीपाड़ा, खाकरोड़ पाड़ा एवं मानपुरा में आदिवासी आश्रम है जहां कक्षा पहली से पांचवी के बच्चों को आवास सुविधा प्रदान की जा रही है।
इनमें ग्राम संदला में दो आदिवासी सीनियर कन्या छात्रावास एक ही भवन में संचालित हो रहे है जबकि कानवन एवं बिडवाल में भवन नहीं होने अन्य स्थानों पर विद्यार्थियों को ठहराया जाता है। जनजातीय विभाग द्वारा वर्तमान में कानवन, बिड़वाल में आदिवासी सीनियर छात्रावास एवं ग्राम संदला में आदिवासी सीनियर कन्या छात्रावास के भवन हेतु स्वीकृति प्राप्त हुई है। इनमें प्रत्येक भवन 3 करोड़ 33 लाख 31 हजार रूपए की लागत से बनकर तैयार होंगे। जहां 50-50 विद्यार्थियों के ठहरने के सुविधा रहेगी।