थांदला। अंचल को काफी लम्बे समय से अपनी सेवाएं दे रहे शिशु रोग विशेषज्ञ डा. कमलेश परस्ते के स्थानान्तरण से सिविल हास्पीटल के शिशु रोग विभाग की व्यवस्थाएं चरमरा गई है। अस्पताल में निमोनिया, सर्दी, जुकाम के मरीजों की भीड़ लग रही है। जिसमें छोटे बच्चों की संख्या अधिक है।
मौसम के उतार चढ़ाव से क्षेत्र में मौसमी बीमारियों और सर्दी बुखार के मरीजों की संख्या प्रतिदिन बढ़ रही है। ऐसे समय शिशु रोग विशेषज्ञ के नहीं होने से काफी परेशानी हो रही है। गौरतलब है कि डा. कमलेश परस्ते हास्पीटल में काफी वर्षों से पदस्थ थे और इनके उपचार से क्षेत्र के लोग संतुष्ट थे। किन्तु पारिवारिक परेशानियों के चलते उन्होंने अपना स्वैच्छिक स्थानान्तरण शहडोल जिले में करवा लिया। इनकी पत्नी भी आयुष विभाग में पदस्थ होकर उनका स्थानान्तरण पूर्व में ही शहडोल हो चुका है।
सिविल हास्पीटल में एक शिशु रोग विशेषज्ञ की नितांत आवश्यकता बनी हुई है। प्रशासन क्षेत्र की आवश्यकता को देखते हुवे शिशु रोग विशेषज्ञ को पदस्थ करे अन्यथा बीमारियों के दौर में लोगों को दाहोद, रतलाम, इंदौर आदि शहरों के निजी चिकित्सालयों पर निर्भर होना पड़ेगा।