पीडि़त परिवार ने आईजी से लगाई गुहार, कहां चार दिन से थाने में बंद था
उज्जैन,अग्निपथ। जिस युवक को महाकाल थाने से पेट्रोल पंप लूटने की तैयारी के आरोप में जेल भेजा, उसके परिजनोंं ने गुरुवार को आईजी राकेश गुप्ता से पुलिस के खिलाफ शिकायत की है। आरोप लगाया कि उनका पुत्र शरीफ चार दिन से चिमनगंज थाने में बंद था। 20 हजार रुपए नहीं देने पर उसे डकैती बना दिया।
आगर रोड स्थित गांधीनगर निवासी मोहम्मद साजिद उसकी पत्नी यासमिन ने बताया कि उनका छोटा पुत्र शरीफ उर्फ जेरी मारपीट के केस में 19 नवंबर से चिमनगंज थाने में बंद था। 22 नवंबर को एक प्रधान आरक्षक ने उसे कोर्ट में पेश करने के लिए 20 हजार रुपए मांगे। 23 नवंबर को महाकाल पुलिस उसे ले गई, लेकिन परिजनों को कुछ नहीं बताया।
24 नवंबर को पता चला जेरी पर डकैती की योजना बनाने का केस दर्ज कर दिया है। परिजनों ने जेरी पर चिमनगंज थाने में कार्रवाई के संबंध में प्रआ. द्वारा बात करने का ऑडियो में पेश किया है। इधर सूत्रों का कहना है जेरी पर चिमगनंज थाने में जबरिया वसूली का केस दर्ज है। पुलिस ने इसी केस में उसे पकड़ा था।
पुलिस ने यह किया था दावा
सर्वविदित है 24 नवंबर को महाकाल पुलिस ने बताया था कि पांच युवकों को बडऩगर रोड का पेट्रोल पंप लूटने की योजना बनाते पकड़ा है। पुलिस ने उनसे पिस्टल, चाकू व अन्य हथियार भी जब्त करने का दावा किया था और फिर सभी को जेल भेज दिया था। इन आरोपियों में शरीफ उर्फ जेरी भी था।
यह की मांग
- चिमनगंज व महाकाल थाने के सीसीटीवी फुटेज चेक करे।
- जब्त दर्शाए हथियार कहां से आए जांच की जाए।
- प्रधान आरक्षक से फोन लगाने का कारण पूछा जाए।
- सभी आरोपियों के मोबाइल लोकेशन की साइबर से जांच कराए।
इनका कहना है..
डकैती की योजना बनाते पांचों को रंगेहाथ पकड़ा था, इसमें जेरी भी था। वह चिमनगंज थाने में कब और क्यों बंद था जानकारी नहीं है। जांच होने पर सच बात सामने आ जाएगी।
-गगन बादल, एसआई महाकाल थाना