विधायक ने एसपी से की फोन पर बात
उज्जैन, अग्निपथ। कानीपुरा रोड की कॉलोनी गायत्री नगर में अवैध निर्माण और फर्जी भवन अनुज्ञा के मामले में पुलिस की जांच थम गई है। मामले में एफआईआर दर्ज हुए एक महीना बीत गया लेकिन आरोपी अब तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सका है। उत्तर क्षेत्र के विधायक पारस जैन ने इस मामले में एसपी सत्येंद्र कुमार और थाना प्रभारी जितेंद्र भास्कर से बात की। विधायक जैन ने फर्जी भवन अनुज्ञा कांड के पीछे साजिश के सारे राज खोलने को कहा है।
गायत्री नगर ए सेक्टर अवैध कॉलोनी है और यहां किसी भी मकान का निर्माण नहीं किया जा सकता है। खुद नगर निगम के भवन अधिकारी ने ही पुलिस को लिखे पत्र में यह बात स्वीकार की है। इसके बावजूद गायत्री नगर सेक्टर ए में तेजी से न केवल मकान बन रहे थे बल्कि उन पर बैंक लोन भी स्वीकृत हुए। मामला खुला तो पता चला कि बैंक लोन नगर निगम की फर्जी भवन अनुज्ञा के आधार पर स्वीकृत कराए गए थे। मामले में जांच के बाद सेक्टर ए में प्लॉट खरीदकर मकान बनाने वाले एक शख्स की रिपोर्ट पर चिमनगंज मंडी थाने में बिल्डर प्रेम विश्वकर्मा निवासी दुर्गा कालोनी के खिलाफ धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज की गई। एफआईआर दर्ज हुए एक महीने से ज्यादा समय बीत चुका है। प्रेम विश्वकर्मा पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। प्रेम की गिरफ्तारी नहीं होने पर प्रकरण से जुड़े सारे ही राज दफन हो गए थे।
फर्जी भवन अनुज्ञा पर लोन स्वीकृत करने वाले बैंक अधिकारियों-कर्मचारियों की संलिप्तता, इसके अलावा फर्जी भवन अनुज्ञा कहां और किसने तैयार की, क्या नगर निगम के भी कुछ लोग इसमें शामिल है, इन सारे ही सवालों के जवाब प्रेम विश्वकर्मा की गिरफ्तारी होने तक अनसुलझे ही रहेंगे। यहीं वजह है कि विधायक पारस जैन ने इस मामले में एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ला को त्वरित कार्यवाही करने को कहा है। विधायक जैन ने ही सबसे पहले इस मामले में नगर निगम को पत्र लिखा था।