पुलिस और नगर निगम के अमले ने शहर में जोरशोर से बिना मास्क लगाने वालों की धरपकड़ शुरू की थी। दो दिन चले इस अभियान में शहरवासियों में एक तरह से दशहत व्याप्त हो गयी थी कि अगर मास्क नहीं लगाया तो पुलिस पकडक़र अस्थायी जेल में बंद कर देगी। लेकिन अचानक दो दिन बाद इस अभियान के बंद होने से जगह-जगह बिना मास्क के शहरवासियों सहित बाहर से आने वाले बेफिक्र होकर घूम रहे हैं। यहां तक कि पुलिस वाले अगर इन्हें बिना मास्क के देखते भी हैं तो अपनी निगाह इन पर से हटा लेते हैं। इसलिये ऐसा लग रहा है कि या तो पुलिस और नगर निगम का वसूली लक्ष्य पूर्ण हो गया है या फिर ऊपर से ऐसा कोई आदेश आ गया जिससे इस अभियान को अचानक बंद करना पड़ा। पुलिस को तो अपराधी पकडऩे लेकिन नगर निगम को तो अपने अमले को इसी काम में जुटाना था। जिससे संक्रमण फैलने से रोका जा सके। लेकिन शहर में अभी पुलिस के लिये भी ऐसा कोई अपराध नहीं हुआ जिससे उसे उसके खुलासा में अपनी टीम लगानी पड़े। जिला प्रशासन को इस मामले में थोड़ी सख्ती अपनानी होगी। क्योंकि शहर में अभी कोरोना संक्रमित मरीज की संख्या में ना तो कोई कमी आयी और ना ही संक्रमण यहां से गायब हो गया है।