देवास, अग्निपथ। हमारे देश में मोबाइल में ऑनलाइन गेम्स खेलने का प्रचलन लगातार बढ़ता जा रहा है। गेम्स खेलने के लिए युवा पीढ़ी लगातार मोबाइल पर ही दिखाई देती है। इसका खास कारण यह भी है कि स्कूलों में जब से ऑनलाइन पढ़ाई शुरू की है तब से ही युवा वर्ग से लेकर स्कूली बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई के नाम पर गेम्स में भी खेलते देखे जाते हैं।
इन ऑनलाइन गेम्स की वजह से कई बार हादसे भी होते देखे गए हैं। ऐसा ही हादसा कल भी शहर के अमोना में हुआ जहां एक 11 वीं का छात्र पबजी गेम खेल रहा था। खेलते-खेलते अचानक से चीखा और बेहोश हो गया। परिजन उसे अस्पताल लेकर गए जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बताया गया है कि छात्र दिव्यांग था इसलिए वह घर से बाहर कम ही जाता था। पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है व जांच की जा रही है।
शहर के अमोना में पब्जी खेलने के दौरान 11वीं के छात्र की मौत हो गई है। वह गेम खेलते समय अचानक चीखा और बेहोश हो गया। परिवार वाले उसे अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृत बता दिया। परिवार वालों का कहना है कि वह दिव्यांग था, इसलिए बाहर कम ही जाता था। घर पर हर समय गेम खेलता रहता था। दो दिन से वह ज्यादा ही गेम खेलने लगा था। दीपक पुत्र रमेश चंद्र राठौर (19) पैर से दिव्यांग था। हाल ही में उसने योगिता बालमंदिर स्कूल से 10वीं की परीक्षा पास की थी और 11वीं में दाखिला लिया था। वह रविवार दोपहर अपने घर पर मोबाइल पर गेम खेल रहा था, तभी अचानक जोर से चीखा। घर में भांजी ही थी, उसने आसपास के लोगों को बुलाया। परिजन आए और उसे अस्पताल लेकर गए, तब तक उसकी मौत हो गई थी। औद्योगिक पुलिस ने अज्ञात कारणों को लेकर मामला दर्ज किया है। पीएम के बाद सोमवार सुबह शव परिजनों को सौंप दिया गया।
पुलिस का कहना है कि मृतक की विसरा रिपोर्ट भोपाल भेजी जाएगी, उसके बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी कि युवक की मौत कैसे हुई। जिला अस्पताल के डॉक्टर शैलेन्द्र ने बताया कि हमने युवक का पीएम कर दिया हैं और विसरा जांच के लिए भेजा हैं। रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा।
मौसेरे भाई विष्णु राठौर ने बताया कि दीपक परिवार में सबसे छोटा था। दीपक का एक बड़ा भाई श्माम राठौर तेल पैकिंग कंपनी में कार्य करता है, जबकि तीन बड़ी बहनें हैं। दो बहनों की शादी हो चुकी है। मम्मी धागा कंपनी में कार्य करती है। दीपक के पिता की 5 वर्ष पहले हार्ट अटैक से मौत हो चुकी है। दीपक अकसर पबजी गेम खेलता रहता था। पिछले दो दिनों से कुछ ज्यादा ही खेलने लगा था। घर पर भांजी थी। दीपक की मां काम पर गई थी। घर के बाकी सदस्य नुक्ता कार्यक्रम में गए थे। भांजी ने दीपक से कहा कि मामा दूध लेकर आ जाओ। इस पर दीपक ने कहा कि गेम खत्म करके जाता हूं। कुछ देर बाद दीपक के चीखने की आवाज आई थी।