सहकारिता ही एकमात्र ऐसा माध्यम है, जिसके द्वारा देश में बेरोजगारी की जो समस्या निर्मित हुई है उससे निपटा जा सकता है क्योंकि उसका एक बहुत बड़ा कारण ग्रामीण क्षेत्र से युवाओं का पलायन भी है। उक्त विचार व्यक्त करते हुए विशेष अतिथि कमलसिंह जादौन ने कही। उन्होंने कहा, यदि हम सहकारिता के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में ही कोई रोजगार उत्पन्न करते हैं तो पलायन रूकने के साथ ही ग्रामीण युवाओं को रोजगार उपलब्ध हो जाएगा। इस प्रकार स्वयं की सहायता एवं स्वयं के विकास के साथ ही देश एवं समाज का विकास भी होगाए क्यों तभी सहकारिता से स्वावलंबन चरितार्थ भी होगा। वे भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ की सहकारी शिक्षा क्षेत्रीय परियोजनाओं उज्जैन द्वारा नेतृत्व विकास कार्यक्रम के अंतर्गत प्राथमिक सहकारी संस्था के पदाधिकारियों के लिए आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम के समापन पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर पर सूत माला एवं पुष्प अर्पित कर मुख्य अतिथि केएल राठौर पूर्व प्राचार्य कॉपरेटिव जूनियर ट्रेनिंग सेंटर किला मैदान इंदौर, विशेष विषय विशेषज्ञ आचार्य शैलेंद्र पाराशर मौजूद थे। मुख्य अतिथि का स्वागत पूर्व संचालक राहुल जोशी, जगदीश नारायण सिंह ने किया। संचालन प्रेम सिंह झाला वरिष्ठ सहकारी शिक्षा प्रेरक एवं आभार जगदीश नारायण सिंह सरकारी शिक्षा प्रेरक द्वारा किया गया।
सहकारिता के माध्यम से बेरोजगारी की समस्या दूर कर सकते : जादौन
