शहर को अतिक्रमण मुक्त करने के नगर निगम व जिला प्रशासन भले ही कितने दावे करें, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करते हैं। इन दिनों अतिक्रमण का आलम यह है कि शहर के हर हिस्से में अतिक्रमण फैल रहा है। शहर के हर प्रमुख मार्ग पर गुमटियों का साम्राज्य फल-फूल रहा है।
नगर निगम ने सिंहस्थ के पहले सभी प्रमुख सडक़ों से गुमटियां हटाकर शहर को गुमटी मुक्त करने का दावा किया था। लेकिन यह दावा अब झूठा साबित हो रहा है। शहर में आगर रोड पर चरक अस्पताल के आसपास, नगर निगम के सामने, गाड़ी अड्डा चौराहा, मोहन नगर चौराहा, मोहन नगर से सब्जी मंडी रोड, इंदिरा नगर चौराहा, पुराना नाका से सिंहस्थ क्षेत्र के मंगलनाथ रोड, इंदिरा नगर, खाक चौक आदि कई क्षेत्रों में रोज नई-नई गुमटियां स्थापित हो रही हैं। यह गुमटियां नगर निगम के कर्मचारियों की शह पर ही लगाई जा रही है।
हाल ही में नगर निगम ने हरिफाटक ब्रिज के नीचे से दो सौ से अधिक गुमटियां हटाई थीं। यह गुमटियां गैराज संचालकों की थी। यह गैराज अब मोहन नगर, आगर रोड नाका क्षेत्र और बडऩगर रोड पर शिफ्ट हो गये हैं। रहवासी क्षेत्र मोहन नगर में गैराज गुमटियों में स्थापित होने से दिनभर बड़े वाहन सडक़ पर जमे रहते हैं और यातायात प्रभावित करते हैं। गुमटी कारोबार पर रोक नहीं लगाई तो यह बड़ी समस्या बन सकती है।