शाजापुर, अग्निपथ। फर्जी जन्मतिथि के आधार पर आंगनवाड़ी केंद्र में कार्यकर्ता बनकर नौकरी कर रही महिला को प्रशासन द्वारा केंद्र से हटाए जाने के बाद से उसके पति ने पत्रकारिता की आड़ में गुंडागिर्दी करना शुरू कर दिया है। यही कारण है कि उक्त युवक अब केंद्र की कार्यकर्ता, सहायिका और आशा कार्यकर्ताओं को आए दिन गालियां देकर प्रताडि़त कर रहा है। परेशान कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
मंगलवार को ग्राम गोरधनिया की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता रीना चौहान, सहायिका सावित्री मीणा और आशा कार्यकर्ता ममता मीणा कलेक्टर कार्यालय पहुंची और यहां शिकायती आवेदन सौंपकर बताया कि गांव में रहने वाली पवित्राबाई को महिला बाल विकास विभाग द्वारा फर्जी अंकसूची के आधार पर नौकरी करने का दोषी पाते हुए कार्यकर्ता की नौकरी से हटा दिया गया था, जिसके बाद से उसका पति अशोक मीणा रंजिश रखता है और आए दिन अपने भाई राधेश्याम मीणा के साथ शराब पीकर जातिसूचक गालियां देता है। साथ ही सीएम हेल्प लाइन पर झूठी शिकायत कर प्रताडि़त करता है। इतना ही नही शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए जब गांव का भ्रमण किया जाता है तो अशोक मीणा फोटो खींचकर लोगों को भ्रमित करने का काम करता है। मामले में पूर्व में भी कई बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन प्रशासन द्वारा मामले में अशोक मीणा, राधेश्याम मीणा के खिलाफ कोई कार्र्रवाई नही की गई है। आवेदन में बताया कि अशोक स्वयं को पत्रकार बताता है और आंगनवाड़ी केंद्र के दरवाजे पर भी जाति सूचक गालियां लिख देता है। मामले में अशोक और उसके भाई राधेश्याम के खिलाफ कार्रवार्ई की मांग की गई है।
इसलिए किया जा रहा परेशान:
जिले के गोरधनिया में पहले पवित्रा मीणा पति अशोक मीणा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के थी, जिसकी फर्जी जन्मतिथि के आधार पर नौकरी हासिल करने की शिकायत हुई थी। विभागीय जांच में शिकायत को सही पाया गया और 2019 में पवित्रा को पद से हटाकर रीना चौहान को आंगनवाड़ी कार्यकर्ता बनाया गया। जब से रीना चौहान को पदस्थ किया गया तब से ही पवित्रा मीणा का पति अशोक मीणा और उसका भाई राधेश्याम मीणा रंजिश रखकर परेशान कर रहा है।
दो वर्षों से लगातार मामले की शिकायत पीडि़ता द्वारा की जा रही है, लेकिन अशोक पत्रकारिता का रौब दिखाकर बच जाता है।