इसके बाद प्रोफेशनल सर्विस देने वाली कंपनियों और ई-कॉमर्स फर्म का नंबर है, जो 10.6 प्रतिशत औसत सैलरी बढ़ा सकती हैं. इसी तरह आईटी, लाइफ साइंसेज, फार्मा और कंज्यूमर गुड्स से जुड़ी कंपनियां औसत 9.2 से 9.6 प्रतिशत तक सैलरी बढ़ा सकती हैं. देखिएः दुनिया को मिले 52 लाख नए करोड़पति 2021 में सबसे पीछे रहने वाले क्षेत्र जैसे रीयल एस्टेट और इन्फ्रास्ट्रक्चर भी 8.8 प्रतिशत तक सैलरी बढ़ा सकते हैं. 2021 में इन क्षेत्रों ने औसतन सिर्फ 6.2 प्रतिशत सैलरी बढ़ाई थी. हॉस्पिटैलिटी और रेस्तरां सेक्टर में औसत सैलरी ग्रोथ 7.9 प्रतिशत तक रहने का अनुमान है.
सबसे कम सैलरी बढ़ाने वाले क्षेत्रों में ऊर्जा और इंजीनियरिंग डिजाइन की सेवाएं देने वाली कंपनियों का नाम है. ऊर्जा क्षेत्र में तो ग्रोथ 2021 के औसत 8.2 प्रतिशत से घटकर 7.7 प्रतिशत पर जा सकता है.