गोचर भूमि खरीदने का है आरोप
जावरा, अग्निपथ। गांव की गोचर भूमि खरीदी मामले में शामिल भाजपा नेता का ग्राम सभा में ग्रामीणों ने विरोध किया। लोगों ने उनके खिलाफ नारेबाजी की तो नेताजी वहां से खिसक लिए।
दरअसल ग्राम हरियाखेड़ा में सर्वे क्रमांक 1029 रकबा 10.78 भूमि वर्ष 2010-11 में गांव के ही अंतर सिंह पिता जुझार सिंह राजपूत, मांगीलाल पिता चंपालाल पाटीदार, कचरूलाल पिता गोविंदराम गायरी, कनीराम पिता भगवान लाल बलाई द्वारा अपने नाम करवाकर बेच दी गई। ग्रामीणों का कहना है कि उक्त भूमि गोचर भूमि होकर फर्जी तरीके से व्यक्तियों को मृत बताकर इन लोगों ने अपने नाम पर करवा कर बेची। इस भूमि पर सभी ग्राम वासियों के पशु गाय एवं भैंस इत्यादि चराए जाते हैं। उक्त भूमि विक्रय हो जाने से ग्राम वासियों को बहुत समस्या हो रही है।
इसी मामले को लेकर गांव के लोगों ने ग्रामसभा रखी और उसमें भाजपा नेता को भी बुलाया था। गाँव के पंच ने अपनी बात रखते हुए कहा कि गोचर की जमीन आपने फर्जी तरीके से अपने नाम पर करवाई है। आप ने जिसको बेची उसके रुपये वापस कर दीजिए। पंचों की बात सुन कर नेताजी ने जब कहा कि मैंने सारे कागज़ देखकर सब सही पाए जाने पर ही भूमि खरीदी है। मामले में जाँच चल रही है आप जाँच होने दीजिए जो गलत होगा उस पर कार्रवाई होगी। इस बात से ग्रामीण भड़क और ग्रामीणों ने नेताजी को चोर कहते हुए जमकर नारेबाजी करने लगे। विरोध देखते हुए नेताजी वहां से निकल लिए।
यह है मामला
उक्त विवादित भूमि पूर्व में कस्तूरचंद केशुराम पिता ऊंकारलाल, रामा पिता रामचंद्र, मथुरालाल हीरालाल, भेरूलाल पिता नंदराम, केशीबाई पति नंदराम, भंवरसिंह पिता इंदरसिंह, भुवानसिंह इंदरसिंह, जुझारसिंह पिता गोपालसिंह राजपूत, बगदीराम पिता घासीजी, नानूराम पिता घासी गायरी, केशिया पिता सेवा बलाई, कचरा पिता देवा आदि के नाम से रिकार्ड में दर्ज थी। उक्त व्यक्तियों द्वारा जीवित व्यक्तियों को मृत बताकर उनके स्थान पर अंतरसिंह पिता जुझारसिंह राजपूत, मांगीलाल पिता चंपालाल पाटीदार, कचरूलाल पिता गोविंद, कनीराम पिता भगवान के नाम करवा लिया गया है। इसके अलावा पंच खाते की गोचर भूमि वर्तमान में सर्वे क्रमांक 1029/1/2 मोहनलाल पिता बगदीराम जाति माली 1029/2 मोहन लाल पिता बगदीराम जाति माली 1029/1/1/1 मांगीलाल पिता चंपालाल जाति पाटीदार 1029/1/1/2 कचरूलाल पिता गोविंदराम जाति गायरी द्वारा सभी सर्वे क्रमांक उक्त व्यक्तियों द्वारा विक्रय कर दिए गए हैं। इनके और इनके पूर्वज के नाम नहीं होने के बाद भी फर्जी तरीके से अपने नाम झूठा पंचनामा बनवा कर गोचर भूमि को अपने नाम करवा कर बेच दी हैं। उक्त संबंध में सभी ग्राम वासियों द्वारा जावरा एसडीएम कलेक्टर एसपी तब भी शिकायत की है।
प्रायवेट कम्पनी को बेची जमीन
मोहनलाल माली, मांगीलाल पाटीदार और कचरू गायरी तीनों ने किसी प्रायवेट कम्पनी को उक्त जमीन करोड़ो रुपयों में बेच दी है। अंतर सिंह पिता जुझार सिंह राजपूत कनीराम पिता भगवान बलाई ने फज़ऱ्ी तरीक़े से अपने नाम करवाई गोचर भूमि मोहनलाल पिता बगदीराम माली को 18 बीघा ज़मीन बेची है।
इनका कहना
हमने पंच लोगों की बैठक रखी थी। जिसमे मोहन पटेल को भी बुलाया था। उनसे निवेदन किया कि गोचर की भूमि आपने खरीद कर दूसरों को बेच दी है। कंपनी को आप पैसा वापस देकर जमीन गोचर के नाम से करा दीजिए। जिस बात पर खरीदने वाला राज़ी नही हुआ तो हमने विरोध किया।
– धर्मेंद्र राऊ, शिक़ायत कर्ता
मैंने 11 साल पहले जमीन खऱीदी थी। दो लोगो से जमीन के सारे कागज देखकर तसल्ली होने के बाद मैंने अपने नाम पर करवाई थी। अब इन लोगों ने क्या कर रखा था। मुझे पता नहीं था। पूरे मामले की जाँच चल रही है। मैंने भी इस ज़मीन को बेच दी है।
-मोहन पटेल