शिकायत वापस लेने को दबाव बना रहे पुलिसकर्मी
कानड़, (गौरीशंकर सूर्यवंशी) अग्निपथ। ग्राम पचोरा के एक गरीब की पुलिस प्रताडऩा की शिकायत जिला पुलिस कप्तान के पास छह महीने से अनसुनी पड़ी है। इस बीच संबंधित पुलिस अधिकारी व थाने का स्टाफ फरियादी पर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाने के लिए झूठे केस में फंसाने की धमकी भी दे रहा है। परेशान ग्रामीण ने एक बार फिर आगर-मालवा जिले के एसपी से गुहार लगाई है।
दरअसल, ग्राम पचोरा निवासी बाबू गिर पिता नारायण गिर ने कानड़ थाने पर पदस्थ सब इंस्पेक्टर दिलीप सिंह कटारे अन्य पुलिस कर्मियों की कथित कारगुजारी के खिलाफ पूर्व में शिकायत के बाद भी कार्रवाई न होने पर 9 सितंबर को एसपी को दोबारा आवेदन दिया है। जिसमें बताया गया कि इसी साल 22 मार्च को कानड़ थाने पर पदस्थ सब इंस्पेक्टर कटारे अन्य पुलिस कर्मियों के साथ रात 11:30 बजे फरियादी के घर पहुंचे और शराब रखी होने की बात कहकर घर की तलाशी लेने लगे।
विरोध करने पर भी सब इंस्पेक्टर ने बगैर महिला कांस्टेबल के घर मे घुसकर पत्नी से भी मारपीट की और उसे घर के बाहर धकेल दिया। इसके बाद आधे घंटे तक घर की तलाशी लेने के बाद पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा। अचानक पुलिस की इस तरह की कार्यवाही से घर की महिलाएं डर गई।
भाई के इलाज के लिए उधार लिए डेढ़ लाख गायब
शिकायती आवेदन में फरियादी ने आरोप लगाया कि 22 मार्च को पुलिस तलाशी लेने के बाद घर में एक डिब्बे में रखे डेढ़ लाख रुपये भी गायब थे। यह रुपये कुछ दिन पहले ही डेढ़ बीघा जमीन गिरवी रखकर अपने भाई के इलाज के लिए उधार लिए थे। रूपये गायब होने के बारे में फोन पर सब इंस्पेक्टर से मैंने व गांव के अन्य लोगों ने चर्चा की तो वे गालियां देने लगे।
25 मार्च को की थी शिकायत
पीडि़त ने एक शिकायती आवदेन 25 मार्च को कानड़ थाने पर दिया उसके बाद पुलिस अधीक्षक आगर को भी आवेदन दिया गया। लेकिन पीडि़त को अभी तक न्याय नहीं मिला। बाबू गिर ने यह भी बताया सब इंस्पेक्टर कटारे ने शिकायत वापस नहीं लेने पर कार्रवाई कर जेल भेजने की धमकी भी दी है।