रविवार को उमड़ी भीड़: नियमित श्रद्धालुओं को जनरल लाइन से प्रवेश

श्री महाकालेश्वर मंदिर में 4 नंबर गेट से प्रवेश देने की मांग, प्रोटोकॉल से दर्शन करने वाले हो रहे परेशान

उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में 11 सितंबर से दर्शन व्यवस्था में परिवर्तन किया गया है जिसके चलते नियमित और प्रोटोकॉल श्रद्धालु खासे परेशान हो रहे हैं। सावन के महीने में तो नियमित श्रद्धालुओं को दर्शन से नहीं रोका गया। लेकिन अब नई व्यवस्था के तहत उनको जनरल लाइन से दर्शन के आदेश दे दिए गए। इससे नियमित श्रद्धालुओं में आक्रोश है।

वहीं शासकीय विभाग के कर्मचारी और मंदिर के प्रोटोकॉल कर्मचारी भी नई व्यवस्था से काफी परेशान हो रहे हैं। उनको प्रोटोकॉल कार्यालय से महाकाल मंदिर पहुंचने में काफी समय लग रहा है।

रविवार को भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन को पहुंचे। इनमें से कई बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं ने गर्मी और उमस से बचने के लिए तो 250 रुपए शीघ्र दर्शन टिकट खरीद कर प्रवेश किया। लेकिन प्रोटोकॉल प्राप्त श्रद्धालुओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। उनको हरी फाटक के पास स्थित जिला पंचायत कार्यालय के पास प्रोटोकॉल कार्यालय से 100 रुपए की रसीद बनवा कर लाना पड़ रही है और भगवान महाकाल के दर्शन करना पड़ रहे हैं।

इस गर्मी और उमस के दौर में उनको मंदिर पहुंच मार्ग काफी लंबा पड़ रहा है। वही शासकीय विभागों से आने वाले वीवीआईपी अधिकारियों की तीमारदारी में लगे प्रोटोकॉल कर्मचारियों को भी प्रोटोकॉल की रसीद कटवा कर हर बार मंदिर तक लाना पड़ रहा है और साथ ही दर्शन भी करवाना पड़ रहे हैं। सुबह से लेकर शाम तक कई बार इन शासकीय विभाग के प्रोटोकाल कर्मचारियों को आवागमन की मशक्कत करना पड़ रही है। जिसके चलते वे नई व्यवस्था को कोस रहे हैं।

मंदिर के प्रोटोकाल कर्मचारी भी परेशान

महाकालेश्वर मंदिर के प्रोटोकॉल व्यवस्था में लगे दो शिफ्टों के एक दर्जन कर्मचारियों को भी प्रोटोकॉल कार्यालय पर बैठकर वीवीआईपी पॉइंट का इंतजार करना पड़ रहा है और उनकी सेवा की खातिर मंदिर तक लाकर दर्शन करवाना पड़ रहे हैं। हालांकि कोई भी इस बात को लेकर मुंह खोलने के लिए तैयार नहीं है। लेकिन नई व्यवस्था की दबे-छिपे सभी भत्र्सना कर रहे हैं। उनका कहना है कि प्रोटोकाल कार्यालय मंदिर के पास ही होना चाहिए, जिससे श्रद्धालु निकट से ही पास लेकर मंदिर में प्रवेश कर सकें।

जनरल श्रद्धालुओं में खुशी

हालांकि महाकालेश्वर मंदिर में नई व्यवस्था के चलते प्रोटोकॉल प्राप्त श्रद्धालु दर्शन के लिए परेशान हो रहे हैं। लेकिन दूसरी ओर आम श्रद्धालु इस व्यवस्था से खुश नजर आ रहे हैं। आम श्रद्धालुओं को बड़ा गणपति मंदिर के सामने से बैरिकेड में प्रवेश कर आसानी से भगवान महाकाल के दर्शन हो रहे हैं। यह व्यवस्था पूर्व में चारधाम और बाद में हरसिद्धि चौराहे से लागू की गई थी। लेकिन श्रावण मास बीतने के बाद इसमें परिवर्तन कर दिया गया।

पहला बैरिकेड बंद कराया

रविवार होने के कारण सुबह से ही मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन को पहुंचने लगे थे। दोपहर होते-होते इनकी संख्या और बढ़ गई थी। श्रद्धालु गणपति मंडपम में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का जमावड़ा होने लगा था। लिहाजा गणपति मंडपम की पहली रैलिंग को दान पेटी लगाकर बंद कर दिया गया। श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए दो पाटले लगाए गए थे। लेकिन श्रद्धालु पहली रैलिंग में प्रवेश करने क प्रयास करते रहे। वहां पर मौजूद आरक्षक तरुण शर्मा और सुरक्षाकर्मी किसी तरह से श्रद्धालुओं को नियंत्रित करते रहे।

नियमित श्रद्धालुओं ने कहा- 4 नंबर गेट से प्रवेश दो

मंदिर में 11 सितंबर से व्यवस्था में परिवर्तन करने के साथ ही नियमित रूप से भगवान महाकाल के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को 4 नंबर गेट की जगह अब जनरल लाइन में लगकर दर्शन करने के निर्देश प्रदान किए गए हैं। जिसके चलते इन श्रद्धालुओं में खासा आक्रोश पनपा हुआ है।

सुबह के समय इनकी गेट पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों से विवाद भी हुआ। उनका कहना है कि जब श्रावण मास जैसे समय पर उनको चार नंबर गेट से प्रवेश दिया जाता रहा तो अब ऐसी कैसी व्यवस्था की गई कि उनको अधिकारियों ने जनरल लाइन से दर्शन करने के निर्देश प्रदान कर दिए।

उनका तो यह भी कहना था कि पिछली बार कलेक्टर ने नियमित श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए नंबर प्रदान किए थे जोकि मंदिर के कम्प्यूटर में दर्ज हैं। ऐसे में उनको अब जनरल कतार से प्रवेश कराया जा रहा है।

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