उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन में इस बारिश कमजोर ही रही है। लगातार पूर्वानुमान के बावजूद शहर में बारिश अभी औसत आंकड़े तक नहीं पहुंच पाई है। इससे जल संकट का खतरा मंडराने लगा है। निगम ने दो दिन छोड़कर जल सप्लाई का प्रस्ताव पहले ही तैयार कर लिया था। अब शहर के आसपास के कुएं व बावडिय़ों को कब्जे में लेना शुरू कर दिया है। ताकि जरुरत पडऩे पर यहां से टैंकरों के माध्यम से जल सप्लाय किया जा सके। नगर निगम शहर के 120 कुएं व बावडिय़ों को अपने कब्जे में लेगा।
बारिश नहीं होने के कारण शहर के जलस्रोतों का पानी भी सूखता जा रहा है। इसके चलते नगर निगम अब जलस्रोतों के पानी के इस्तेमाल को प्रतिबंध करने के साथ वहां बेरिकेटिंग कर रहा है। निगमायुक्त क्षितिज सिंघल ने शहर के कुएं व बावडिय़ों के रखरखाव, सफाई व सुरक्षा की जिम्मेदारी झोन वार अधिकारियों को बांट दी है। गीता कॉलोनी स्थित मोदी का चोपड़ा, विवेकानंद नगर के कुएं व शांति नगर सहित अन्य बावडिय़ों को भी साफ किया जाएगा। हीरा मिल की चाल व विनोद मिल की चाल के कुओं में पानी बारिश का पानी भरा है। साथ ही ढांचा भवन के नजदीक तालाब भी भरा है। इसे भी निगम अपने कब्जे में लेगा।