उज्जैन, अग्निपथ। नगर निगम आयुक्त क्षितिज सिंघल के स्थानांतरण के बाद मंगलवार को एक अहम घटनाक्रम हुआ। सिंघल खुद तो उज्जैन नगर निगम से रिलीव हुए ही, जाते-जाते अपर आयुक्त वित्त गणेश धाकड़ को भी नगर निगम से रिलीव करने का लेटर जारी कर गए। वास्तविकता में धाकड़ का स्थानांतरण हुआ ही नहीं है, उन्हें संस्कृति विभाग ने
महाकालेश्वर मंदिर समिति में प्रशासक का चार्ज सौंपा है। वे अपने मूल पद पर बने रहेंगे। इसके बावजूद आयुक्त ने उन्हें नगर निगम से रिलीव करने के आदेश जारी कर दिए।
मंगलवार दोपहर आयुक्त क्षितिज सिंघल नगर निगम से ताबड़तोड़ रिलीव हुए। शासन के ही किसी वरिष्ठ अधिकारी द्वारा क्षितिज सिंघल को मंगलवार को ही उज्जैन नगर निगम से रिलीव होने के लिए आदेशित किया गया था। दोपहर करीब 2.30 बजे वे आयुक्त पद से रिलीव हुए। उन्होंने अपना चार्ज अपर आयुक्त मनोज पाठक को सौंपा। रिलीव होने से पहले आयुक्त क्षितिज सिंघल ने अपर आयुक्त वित्त गणेश धाकड़ को भी रिलीव करने का आदेश जारी कर दिया। खुद अपर आयुक्त वित्त गणेश धाकड़ का कहना है कि मेरा स्थानांतरण हुआ ही नहीं है तो रिलीव आदेश किस बात का।
धाकड़ का कहना है कि मुझे संस्कृति विभाग ने महाकालेश्वर मंदिर समिति में प्रशासक का दायित्व सौंपा है। लेकिन मेरा मूल विभाग वित्त ही है। नगर निगम में पदस्थापना भी वित्त विभाग ने ही की है लिहाजा वित्त विभाग से ही स्थानांतरण का आदेश जारी होगा। आयुक्त द्वारा जारी किए गए रिलीव आदेश शून्य माने जाएंगे। गणेश धाकड़ को रीलिव करने के बाद आयुक्त क्षितिज सिंघल, अपर आयुक्त मनोज पाठक को चार्ज सौंपने के बाद नगर निगम से रवाना हो गए है। संभवत: वे बुधवार को ही सागर जिला पंचायत में ज्वाइन करेंगे।
आज आयेंगे नए आयुक्त
उज्जैन नगर निगम में पदस्थ किए गए नए आयुक्त 2016 बैच के आईएएस अधिकारी अंशुल गुप्ता बुधवार सुबह उज्जैन आ जाएंगे। वे महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के उपरांत सुबह 10.30 बजे आयुक्त के रूप में पदभार ग्रहण करेंगे। अंशुल गुप्ता को उमरिया जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी पद से उज्जैन नगर निगम आयुक्त पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
भुगतान की मुहीम तेज करेंगे ठेकेदार
नगर निगम में आयुक्त के पद पर हुए बदलाव का सबसे ज्यादा असर ठेकेदारों पर होगा। लंबे वक्त से ठेकेदारों का करीब 60 करोड़ रुपया भुगतान रुका पड़ा है। क्षितिज सिंघल से कई बार ठेकेदार मिले लेकिन कोई हल नहीं निकला। अब बिल्डर एसोसिएशन के सदस्य चाहते हैं कि आयुक्त बदलने से भुगतान वसूली वाली मुहिम ठंडी नहीं पडऩा चाहिए। यही वजह है कि बुधवार दोपहर 12.30 बजे बिल्डर एसोसिएशन के सदस्य फिर से एकत्रित होकर आगे की रणनीति तय करेंगे।
स्वच्छता अभियान में भी फुटेगा बम
उज्जैन नगर निगम में स्वच्छता अभियान के दौरान जिस तरह से टेंडर प्रक्रिया की धज्जियां उड़ाई गई, इससे जुड़े मामले में भी जल्द बड़ा हल्ला हो सकता है। स्वच्छता अभियान से जुड़े कामों में टेंडर की रकम से कई गुना ज्यादा रकम के बिल तैयार हो गए थे। नगर निगम के निलंबित अपर आयुक्त आरपी मिश्रा द्वारा ऐसे टेंडर नियमों की अवहेलना के ऐसे 16 मामले पकड़े थे। इनकी केंद्रीय एजेंसियों को शिकायत की गई। सूत्र बताते हैं कि केंद्र के निर्देश पर राज्यशासन स्तर पर इन कार्यो की जांच के लिए कमेटी बनाई जा सकती है।