कलेक्टर ने सात दिन में सर्वे करने के निर्देश दिए
उज्जैन, अग्निपथ। शहर में 2016 के बाद सिंहस्थ क्षेत्र में बनाए गए सभी अवैध निर्माण को चिन्हित कर अतिक्रमण हटाने की कार्यवाई शुरू की जाएगी। सिंहस्थ क्षेत्र में हुए सभी पक्के निर्माण कार्यों को हटाया जाएगा।
बुधवार को कलेक्टर आशीष सिंह ने नगर निगम के भवन अधिकारियों, जोन अधिकारियों और इंजीनियर्स की बैठक ली। इस बैठक में कलेक्टर ने साफ कर दिया है कि आने वाले सात दिनों में सिंहस्थ क्षेत्र में 2016 के बाद हुए सभी निर्माण कार्यो को चिन्हित किया जाए।
पहला फोकस सिंहस्थ क्षेत्र में अतिक्रमण कर बनाए गए पक्के निर्माण पर होगा। कलेक्टर ने कहा कि सिंहस्थ क्षेत्र में अस्थाई निर्माण कार्य जिनमे टीन शेड शामिल है उनके बारे में इस तरह की रिपोर्ट देने की आवश्यकता नहीं है। कलेक्टर ने साथ ही सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि निष्पक्षता के साथ सभी निर्माण कार्यों को चिन्हित किया जाए।
किसी भी तरह के भेदभाव की शिकायत नहीं पहुंचना चाहिए। इस बैठक में नगर निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता, एसडीएम कल्याणी पांडे, अपर आयुक्त मनोज पाठक, भवन अधिकारी पीयूष भार्गव एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे।
नए निगम आयुक्त ने कामकाज संभाला
उज्जैन नगर निगम में पदस्थ किए गए नए आयुक्त (2016 बैच के आईएएस अधिकारी) अंशुल गुप्ता बुधवार को उज्जैन पहुंचे। सुबह सबसे पहले श्री महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के उपरांत आयुक्त के रूप में पदभार ग्रहण किया। अंशुल गुप्ता को उमरिया जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी पद से उज्जैन नगर निगम आयुक्त पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। दोपहर में वे कलेक्टर आशीष सिंह से मिले और इसके बाद कलेक्टर की बैठक में शामिल हुए।