5 श्रद्धालुओं को कराना चाहते थे प्रवेश, मामला कलेक्टर एसपी तक पहुंचा
उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में नई प्रोटोकॉल दर्शन व्यवस्था लागू होने से विवाद देखने को सामने आ रहे हैं। बुधवार कि सुबह एक पुलिस अधिकारी के परिचित 5 श्रद्धालुओं को प्रवेश कराने को लेकर गेट निरीक्षक से विवाद हो गया। मामला इतना बढ़ा कि इसकी गूंज कलेक्टर-पुलिस अधीक्षक तक पहुंची। सीएसपी महाकाल ने मामले का निपटारा किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पवासा थाने के एसआई जिनकी ड्यूटी भस्मारती के दौरान मंदिर में ही थी। उनके पांच परिचित श्रद्धालु दर्शन को आए थे जिनको 4 नंबर गेट से प्रवेश कराया जा रहा था। इस दौरान गेट निरीक्षक लश्कर ने श्रद्धालुओं का टिकट मांगा तो पुलिस अधिकारी आक्रोशित हो गए और उन्होंने गेट निरीक्षक को जमकर लताड़ लगाते हुए अपने श्रद्धालुओं को प्रवेश कराने को लेकर विवाद किया। जानकारी लगने पर 4 नंबर गेट के अंदर तैनात गेट निरीक्षक रवींद्र श्रीवास्तव भी वहां पर पहुंच गए और श्रद्धालुओं को प्रवेश करने नहीं दिया। काफी विवाद के बाद आखिरकार पुलिस अधिकारी ने पांच प्रोटोकाल टिकट मंगवा कर श्रद्धालुओं को प्रवेश कराया। बताया जाता है कि मामला कलेक्टर और एसपी के संज्ञान में भी आया है। जिसके चलते महाकाल सीएसपी पल्लवी शुक्ला को मामले की जांच करने को कहा गया।
सीसीटीवी फुटेज निकलवाए
मामले की सूचना पर सीएसपी महाकाल थाना पल्लवी शुक्ला महाकाल मंदिर स्थित पुलिस चौकी पहुंची और उन्होंने विवाद के सीसीटीवी फुटेज भी निकलवाए। मामले में हालांकि किसी ने शिकायत नहीं की है लेकिन सभी प्रशासनिक अधिकारियों के संज्ञान में मामला आ गया है।
इनका कहना है
पुलिस अधिकारी के साथ के श्रद्धालुओं के पीछे एक व्यक्ति टिकट लेकर आ रहा था। मिसअंडरस्टैंडिंग होने की वजह से विवाद हुआ।
-पल्लवी शुक्ला, सीएसपी
प्रतिदिन श्रद्धालुओं का किया जाएगा वैक्सीनेशन
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा प्रतिदिन मंदिर दर्शन हेतु आने वाले दर्शनाथियों का कोविड-19 का वैक्सीनेशन किया जाएगा। प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने जानकारी देते हुए बताया कि, श्रद्धालुओं की सुरक्षा व कोविड के नियमों का पालन करते हुए श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं हेतु शंख द्वार के पास फेसिलिटी सेंटर में वैक्सीनेशन की व्यवस्था की गई है। मंदिर में दर्शन हेतु आने वाले श्रद्धालुओं की आर.टी.पी.सी.आर. रिपोर्ट व वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट जांचा जावेगा। जिन श्रद्धालुओं को प्रथम या द्वितीय वेक्सिन का डोज नहीं लगा है तो ऐसे श्रद्धालुओं का वैक्सीनेशन किया जाकर दर्शन हेतु प्रवेश दिया जावेगा।