आगर मालवा। जिले के सुसनेर में स्थित उपजेल में कैदी की संदिग्ध मौत के मामले में सुसनेर पुलिस ने उपजेल के तत्कालीन सहायक अधीक्षक देवीदास धुर्वे सहित 5 जेल कर्मियों पर प्रकरण दर्ज किया है। जेलकर्मियों पर प्रताड़ना व आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगा है। मामले में न्यायिक जांच के बाद यह कार्रवाई की गई है।
पिछले साल 4 सितंबर को सुसनेर उपजेल के बाथरूम की खिड़की से कैदी इमरान उर्फ अन्ना का शव संदिग्ध परिस्थितियों में लटका मिला था।
सुसनेर एसडीओपी नाहर सिंह रावत के अनुसार उपजेल में बंद कैदी की लाश संदिग्ध परिस्थितियों में लटकी मिली थी। कैदी के परिजन शुरू से ही मामले में हत्या का आरोप लगा रहे थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए न्यायिक जांच शुरू की गई थी। जांच के बाद मानव अधिकार आयोग से मिले पत्र के अनुसार सुसनेर पुलिस द्वारा भारतीय दंड विधान की धारा 306 व 34 भादंवि में प्रकरण दर्ज किया है। प्रकरण में उपजेल सुसनेर में पदस्थ तत्कालीन सहायक अधीक्षक देवीदास धुर्वे, मुख्य प्रहरी सलीम, जेल प्रहरी विष्णु प्रसाद, नितिन बघेल और गिरिराज को आरोपी बनाया गया है। मामले में सुसनेर पुलिस द्वारा विवेचना जारी है।