उज्जैन, अग्निपथ। लगातार दो दिन तक इंदौर और उज्जैन क्षेत्र में हुई बारिश ने उज्जैन शहर में पेयजल की चिंता बहुत कम कर दी है। शुक्रवार शाम तक गंभीर बांध में 990 एमसीएफटी पानी जमा हो गया था। बांध में पानी की हल्की आवक लगातार बनी हुई है। गंभीर में अब इतना पानी जमा हो चुका है जितना यदि एक दिन छोडक़र व्यवस्थित रूप से सप्लाय किया गया तो इसे अगले साल गर्मियों तक चलाया जा सकता है। यशवंत सागर के पूरी तरह से भर जाने के बाद इस बात की उम्मीद बहुत बढ़ गई है कि इस सीजन में गंभीर बांध पूरी तरह से भर जाएगा।
गुरुवार सुबह गंभीर बांध का जलस्तर 489.280 एमसीएफटी दर्ज हुआ था। शुक्रवार सुबह 8 बजे की रीडिंग 963.684 एमसीएफटी दर्ज की गई। 24 घंटे की अवधि में बांध में 474.404 एमसीएफटी पानी बढ़ा है। सुबह 8 से 9 बजे के बीच ही 8.814 एमसीएफटी पानी बढ़ गया। दोपहर 1 बजे बांध में पानी की आवक रूक गई थी।
गंभीर बांध में 48 घंटे में आधी कैपेसिटी का पानी भर जाने की वजह इंदौर में यशवंत सागर का ओवर फ्लो होना है। बुधवार की रात 12.10 बजे यशवंत सागर का एक गेट 1 मीटर तक खोला गया था। सुबह 6 बजे तक गेट खुला रहा। गुरुवार शाम 4.20 से शाम 7.20 बजे तक फिर से एक गेट 1 मीटर खोला गया। शाम 7.20 से रात11 बजे तक इसी गेट को 2 मीटर तक खोल दिया गया था।
एनवीडीए के अधिकारियों ने किया दौरा
उज्जैन में गंभीर बांध में भले ही अभी पानी भर गया हो लेकिन आने वाले वक्त के लिए दो काम जरूर हो गए है। नईखेड़ी से होकर गुजरने वाली नर्मदा नदी की पाइप लाइन से गंभीर संपवेल तक करीब 9 किलोमीटर की पाईप लाइन बिछाना और नईखेड़ी में ही नर्मदा और गंभीर से शहर आ रही पाईप लाइन को इंटरकनेक्ट करना। इन दोनों ही कार्यो के लिए एनवीडीए के अधिकारियों ने सर्वे कार्य पूरा कर लिया है। पीएचई ईई प्रमोद कुमार उपाध्याय के मुताबिक शनिवार तक इसकी ड्राइंग मिल जाएगी। भविष्य को देखते हुए ये दोनों ही कार्य पूर्ण कराए जाएंगे।