उज्जैन, अग्निपथ। अनंत चर्तुदशी पर शहरी सीमा में शिप्रा नदी के किसी भी घाट पर भगवान गणपति की प्रतिमाओं का विसर्जन नहीं होगा। नगर निगम आयुक्त ने प्रतिमा विसर्जन के लिए प्रभारी अधिकारियों की उनके सहयोगी स्टाफ के साथ ड्यूटी लगाई है। सभी अधिकारियों को अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी गई है।
रामघाट, नृसिंहघाट, सुनहरी घाट और दत्त अखाड़ा घाट पर जोन अधिकारी डी.एस. परिहार तीन उपयंत्रियों के साथ तैनात रहेंगे और इन घाटों पर लाई जाने वाली प्रतिमाओं को वाहनों में एकत्रित करवाएंगे। मंगलनाथ और सिद्धनाथ घाट पर जोन दो के प्रभारी साहिल मैदावाला तीन उपयंत्री और टाईम कीपर के साथ तैनात रहकर व्यवस्था संभालेंगे।
गऊघाट, लालपुल के लिए जोन 6 के प्रभारी जितेंद्र श्रीवास्तव, त्रिवेणी घाट पर जोन 4 के प्रभारी अधिकारी पी.सी.यादव, हीरामिल परिसर तालाब पर जोन 5 के प्रभारी अधिकारी राजेश सिंह चौहान, कालियादेह महल पर जोन क्रमांक 1 के प्रभारी अधिकारी सुनील जैन उपयंत्रियों के साथ तैनात रहकर प्रतिमाओं का एकत्रिकरण करवाएंगे।
शिप्रा नदी के सभी घाट और कालियादेह महल स्थित प्रतिमा विसर्जन क्षेत्र में विद्युत व्यवस्था के लिए प्रकाश विभाग के प्रभारी जितेंद्र पाल सिंह जादौन और उपयंत्री आनंद भंडारी को दायित्व सौंपा गया है। शिप्रा के सभी घाटों पर पेयजल की व्यवस्था के लिए सहायक यंत्री राजीव गायकवाड़, उपयंत्री दिलीप नौधाने को प्रभारी बनाया गया है।
शिप्रा के अलग-अलग घाटों से प्रतिमाओं को एकत्रित कर वाहनों से विसर्जन क्षेत्र तक ले जाने की जिम्मेदारी वर्कशॉप प्रभारी सुनील जैन, उपयंत्री विजय गोयल और वाहन प्रभारी उमेश बैस को सौंपी गई है। सफाई व्यवस्था का जिम्मा स्वास्थ्य अधिकारी संजय कुलश्रेष्ठ के पास रहेगा। इसी तरह रामघाट, हिरामिल की चाल, त्रिवेणी और कालियादेह महल पर टेंट लगवाने की जिम्मेदारी जनसंपर्क अधिकारी प्रदीप सेन, विश्वास पंड्या की होगी।