नेताओं और अधिकारी के वाहनों पर भी कार्रवाई
पेटलावद, अग्निपथ। झाबुआ के प्रधान जिला तथा सत्र न्यायाधीश मोहम्मद सेयुद्ल अबरार अंसारी एवं सीजेएम झाबुआ नदीम खान के निर्देश पर पेटलावद न्यायाधीश वर्ग 1 संजीव कटारे के द्वारा शनिवार को पेटलावद के थांदला रोड एवं करडावद रोड पर मोबाइल कोर्ट लगाकर मोटर व्हीकल एक्ट के प्रावधानों के तहत कार्रवाई करते हुए अर्थदंड भी आरोपित किया।
न्यायाधीश संजीव कटारे के द्वारा नगर के थांदला रोड एवं करडावद रोड पर शनिवार को भिन्न-भिन्न समय में मोबाइल कोर्ट लगाते हुए आने जाने वाले दोपहिया और चार पहिया वाहनों की चैकिंग एवं दस्तावेजों की जांच की गई। वहीं मैजिक और सवारी वाहनों में क्षमता से अधिक सवारी बैठाने और जिन वाहनों के दस्तावेज अधूरे थे उन पर मोटर व्हीकल एक्ट के प्रावधानों के तहत कार्रवाई करते हुए लगभग 40 वाहनों के ऊपर मोटर व्हीकल एक्ट के तहत चालान बनाकर 25550 रुपये की अर्थदंड राशि आरोपित करते हुए वसूली की कार्रवाई भी की गई।
सभी के लिए समान नियम
मोबाइल कोर्ट संचालन के दौरान आने-जाने वाहनों की चैकिंग के दौरान कुछ ऐसी परिस्थितियां निर्मित हुई जब न्यायालय के सामने वीआईपी गाडिय़ां भी निकलीं। अमूमन पुलिस चैकिंग के दौरान वीआईपी गाडिय़ों को पुलिस के द्वारा दबाव के चलते छोड़ दिया जाता है। लेकिन जज श्री कटारे ने आम खास दोनों के लिये नियम बराबर है यह बात चरितार्थ करते हुए प्रमाणित भी की गई।
नेताजी पर भी कार्रवाई
करड़ावद रोड पर जब मोबाइल कोर्ट संचालित की जा रही थी उसी दरमियान बदनावर तरफ की ओर जाने वाले एक वाहन जिस पर जनपद अध्यक्ष की नेमप्लेट वाला एक चार पहिया वाहन गुजरा। जिसे रोककर कागजात की जांच की गई और कागज अधूरे होने पर चालानी कार्रवाई की गई।
वहीं राजस्थान क्षेत्र के एक जनप्रतिनिधि सरपंच के वाहन के कागज अधूरे थे और नियम विरुद्ध वाहन संचालन किया जा रहा था को रोककर जज कटारे द्वारा द्वारा सख्ती से चालानी कार्रवाई की गयी।
नहीं आया रसूख काम
उल्लेखनीय है कि जनपद अध्य्क्ष व सरपंच साहब ने कार्रवाई से बचने के लिए अपने प्रभाव का काफी इस्तेमाल करने का प्रयास किया गया। लेकिन कोर्ट के आगे सारी राजनीति बेकार है यह बात अंत में नेताजी को समझ आ ही गयी।
सरकारी वाहन पर भी सख्ती
इसी दौरान पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी का सरकारी वाहन को भी रोका गया। जांच करने पर वाहन के दस्तावेज जिले में होने की बात सरकारी कर्मचारी के द्वारा बताने पर न्यायालय के द्वारा अधिकारी को जबरदस्त फटकार लगाते हुए भविष्य में सभी दस्तावेज वाहन में रखने के लिए चेतावनी दी गई। इसके अलावा मार्ग से गुजर रहे पेटलावद क्षेत्र के ही एक अभिभाषक के वाहन की भी चैकिंग की गई। जिनके दस्तावेज पूरे नहीं होने पर भविष्य में सभी दस्तावेजों को पूर्ण करने और वाहन में एक कॉपी साथ में रखने के लिए आवश्यक निर्देश देते हुए नाराजगी व्यक्त करते हुए न्यायालय के द्वारा सख्ती दिखाई गई।
इनकी रही सराहनीय भूमिका
न्ययालय द्वारा की गई इस कार्रवाई में शासकीय लोक अभियोजन अधिकारी सुरेश जामोद, प्यारेलाल चौहान, लिपिक हीरालाल मुनिया, गेंदालाल देवड़ा, नीरज परते, शैतान बिलवाल, हेड कांस्टेबल साबिर मंसूरी, कर्मचारी माधव भी विशेष रूप से उपस्थित थे।
होती रहने चाहिए कार्रवाई
न्यायालय द्वारा लगाई गई इस मोबाइल कोर्ट से जहां आम जन में यातायात के नियमों के पालन के लिए जागरूकता आई है। वहीं क्षेत्र की आम जनता के द्वारा इस प्रकार की कार्रवाईयों को लगातार किये जाने की मांग करते हुए न्यायालय द्वारा की गई कार्रवाई पर प्रसन्नता व्यक्त की है।