उज्जैन, अग्निपथ। नगर निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता तेज तर्रार कार्यशैली की वजह से इस वक्त नगर निगम कर्मचारियों के बीच चर्चा का विषय बने हुए है। खुद की गाड़ी छोड़करर सफाई दारोगा की गाड़ी में बैठकर शहर की सड़को का निरीक्षण करने वाले नए आयुक्त ने एक बार फिर निगम अधिकारियों को चौंका दिया। सोमवार को वे अपने कार्यालय में बैठे काम निपटा रहे थे, प्रधानमंत्री आवास योजना के एक ठेकेदार की भुगतान की फाइल उनकी टेबल पर पहुंची। आयुक्त ने जैसे ही यह फाइल देखी, इस पर कोई आदेश-निर्देश लिखे बगैर सीधे ठेकेदार का काम देखने पहुंच गए।
आयुक्त अंशुल गुप्ता ने प्रधानमंत्री आवास योजना से जुड़े किसी अधिकारी को इसकी जानकारी नहीं दी, उन्होंने अधीक्षण यंत्री जी.के. कंठिल को अपने साथ लिया और सबसे पहले कानीपुरा में तैयार हो रहे प्रधानमंत्री आवास योजना के मकानों को देखने पहुंचे। यहां आयुक्त अंशुल गुप्ता ने दीवारों का प्लास्टर चेक किया, ईंटो की गुणवत्ता परखी। यहां काम कर रहे मिस्त्रियों से बात की। कानीपुरा में एलआईजी श्रेणी के 132, एमआईजी श्रेणी के 144 और ईडब्ल्यूएस श्रेणी के 152 फ्लैट बनाए जा रहे है। आयुक्त ने सभी फ्लैट के निर्माण अगले महीने तक पूरा करने को कहा है। कानीपुरा से आयुक्त अलखधाम में बन रही मल्टी का निरीक्षण करने पहुंचे। यहां पहुंचकर पता चला कि ठेकेदार ने दो महीने से काम ही बंद कर रखा है। फोन पर कार्यपालन यंत्री पी.सी.यादव से बात की तो पता चला कि बारिश की वजह से ठेकेदार नदारद है। गुजरात की सेठिया फर्म को अलखधाम में 89 फ्लैट बनाने का ठेका दिया गया है। जनवरी 2023 में इसे पूरा किया जाने का लक्ष्य है लेकिन यह काम काफी पिछड़ा हुआ है। अलखधाम से आयुक्त और अधीक्षण यंत्री मंछामन कॉलोनी में बन रहे प्रधानमंत्री आवास योजना के फ्लैट देखने पहुंचे। यहां ईडब्ल्यूएस श्रेणी के 288 फ्लैट का काम चल रहा है जबकि 192 का काम शुरू होना है।