गुंडे की टापरी और सटोरिए की बिल्डिंग पर चली जेसीबी

उज्जैन,अग्निपथ। एक सप्ताह से चल रही बदमाशों की संपत्ति नष्ट करने की मुहिम के चलते मंगलवार को दो जगह कार्रवाई की गई। पुलिस व नगर निगम ने मोहन नगर में सटोरिए के तीन मंजिला भवन और चिंतामण नगर में गुंडे की टापरी जेसीबी से ध्वस्त कर दी। दोनों जगह करीब ढाई घंटे चली कार्रवाई के दौरान किसी ने विरोध नहीं किया।

आगर रोड़ स्थित चिंतामण नगर निवासी अकबर उर्फ खन्ना पिता मेहबूब खान वर्ष 2007 से अपराध कर रहा था। 2018 तक उस पर 13 केस दर्ज हो चुके हैं।लगातार अपराध के साथ दादागिरी के दम पर उसने करीब 1 हजार स्क्वेयर फीट के प्लाट पर आधा पक्का और आधे पर टापरी का निर्माण कर लिया था। उसके रिकार्ड को देखे पुलिस प्रशासन ने बदमाशों की संपत्ति नष्ट करने की सूची में उसका नाम नगर निगम को भेजा। जांच में बिना अनुमति मकान बनाने का पता चलने पर मंगलवार दोपहर निगम की टीम सीएसपी पल्लवी शुक्ला टीआई जितेंद्र भास्कर,प्रवीण पाठक, गजेंद्र पचोरिया के साथ ही जेसीबी लेकर पहुंची और एक घंटे में उसका मकान ध्वस्त कर दिया।

सट्टा कर तानी बिल्डिंग
मोहन नगर निवासी अंकुश पिता कमलेश श्रीवास (28) सन् 2007 से अपराधों के साथ सट्टा कर रहा है। 14 केस दर्ज होने के कारण उस पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई भी की जा चुकी है। बावजूद वह बाज नहीं आ रहा था। यहीं नहीं उसने अवैध धंधा करते हुए ही बिना अनुमति तीन मंजिला बिल्डिंग तान दी थी। उसके रिकार्ड को देख मकान का रिकार्ड खंगाला। अवैध निर्माण होने पर टीम दोपहर करीब 1 बजे उसके घर पहुंची। घरेलू सामान जेसीबी में रखकर शिफ्ट किया और एक घंटे में जेसीबी व हथौड़े बरसाकर उसका भवन ढहा दिया। कार्रवाई के दौरान भारी फोर्स देख खन्ना व अंकुश मौके से भाग गए और परिजनों ने भी विरोध का प्रयास नहीं किया।

मुहिम में अर्धशतक पूरा
इस वर्ष की शुरुआत से पुलिस प्रशासन बदमाशों पर अंकुश लगाने के लिए मकान तोडऩे की मुहिम शुरू की गई थी। लेकिन 43 मकान ध्वस्त करने के बाद कोरोना काल के कारण अभियान पर लगा ब्रेक 23 सितंबर से पुन: शुरू हुआ। इसी के चलते 23 सितंबर को मुल्लापुरा में शंहशाह, विष्णुपुरा में सनी मराठा, 24 सितंबर को एकता नगर में दीपक अहिरवार, 27 सितंबर को कुत्ता बावड़ी में रमेश बरगुंडा व पानदरीबा में बलवट चौरसिया के बाद 28 सितंबर को चिंतामण नगर के खन्ना व मोहन नगर के अंकुश के मकान धाराशाही किए गए।

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