महाकाल मंदिर : मातृत्व कक्ष में गंदगी, गेट पर लगा पर्दा गायब, साफ सफाई के अभाव में मच्छरों की भरमार
उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में माताओं को अपने बच्चों को स्तनपान करवाने के लिए मातृत्व कक्ष की स्थापना की गई थी। इसमें बैठकर माताएं दूसरे की नजरों से दूर अपने बच्चों को स्तनपान करवा सकती थी। लेकिन देखरेख के अभाव में मातृत्व कक्ष पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो रहा है। सफाई के अभाव में यहां पर बैठना भी दूभर हो रहा है।
श्री महाकालेश्वर मंदिर में कुछ वर्ष पूर्व माताओं को स्तनपान करवाने की परेशानी को देखते हुए मंदिर परिसर में मातृत्व कक्ष का निर्माण किया गया था। जिसमें पर्दे, मेटिंग, सोफा सेट आदि लगाकर आकर्षक स्वरूप प्रदान किया गया था। भगवान महाकाल के दर्शन को आने वाली श्रद्धालु माताएं अपने बच्चों को यहां पर बैठा कर आराम से स्तनपान करवाती थीं। लेकिन देखरेख के अभाव में अब इसकी हालत जीर्ण-शीर्ण हो चली है। हालत यह है कि माताएं अपने बच्चों को स्तनपान करवाने के लिए सबके सामने बाहर बैठकर करवा रही हैं। बड़े ही आश्चर्य की बात है कि मातृत्व कक्ष बनाए जाने के बाद इसको अधिकारियों द्वारा एक बार भी नहीं देखा गया है। जबकि यहां से अधिकारी कंट्रोल रूम की सीढिय़ां चढ़ते हुए अक्सर कंट्रोल रूम में आवाजाही करते रहते हैं।
सोफा सेट, पर्दा गायब
पूर्व में मातृत्व कक्ष को आकर्षक रूप में सजाया गया था। तात्कालीन सहायक प्रशासनिक अधिकारी दिलीप गरुड़ द्वारा यहां की व्यवस्था देखी जाती थी और प्रतिदिन इसका निरीक्षण कर साफ-सफाई करवाई जाती थी। लेकिन अब देखरेख के अभाव में यहां की मेटिंग फट गई है। इसके साथ ही अगल-बगल लगाए हुए आकर्षक होर्डिंग भी ना जाने कहां गायब हो गए हैं। बची खुची कसर गंदगी ने पूरी कर दी है। जिसके चलते यहां पर मच्छर पनप कर बीमारी को न्यौता दे रहे हैं। यहां पर लगा हुआ पर्दा भी गायब कर दिया गया है। जिसके चलते बाहर से माताएं स्तनपान कराती हुई साफ दिखाई दे जाती हैं। साथ ही यहां पर लगा हुआ पंखा भी गायब हो चुका है। ऐसे में पंखे और लाइट के अभाव में कोई भी माता इसके अंदर प्रवेश करना उचित नहीं समझती है।