नोटिस मिले तो विधायक के घर पहुंचे ग्यारसी नगर के लोग

सिंहस्थ क्षेत्र में अवैध निर्माण वाले नोटिस से हड़कंप

उज्जैन, अग्निपथ। सिंहस्थ क्षेत्र में 2016 के बाद हुए पक्के निर्माण को चिन्हित कर मकान मालिकों को नोटिस दिए जाने की प्रशासनिक कार्रवाई से सैकड़ो परिवारों में हड़कंप की स्थिति बन गई है। अपनी छत छिन जाने के डर से गरीब तबके के सैकड़ों लोगों की नींद उड़ी हुई है। बुधवार को नगर निगम ने पिपलीनाका के पास ग्यारसी नगर में रहने वाले परिवारों को नोटिस दिए। गुरुवार सुबह पूरी कॉलोनी के लोग एकत्रित होकर पूर्व नगर निगम अध्यक्ष और उत्तर क्षेत्र के विधायक के घर पहुंच गए।

दरअसल, सिंहस्थ क्षेत्र में उन्हीं परिवारों ने मकान या प्लॉट खरीदे है जो महंगी वैध कॉलोनियों में प्लॉट या मकान खरीदने में सक्षम नहीं है। कॉलोनाइजर तो अनुबंध के आधार पर प्लॉट देकर अपने रुपए बनाते चले गए लेकिन अब 350 से ज्यादा परिवार प्रशासन और कॉलोनाइजर्स के बीच पिसकर रह गए हैं। गुरुवार को पिपलीनाका इलाके के ग्यारसी नगर में रहने वाले परिवारों के लोग नगर निगम के अध्यक्ष रहे सोनू गेहलोत के घर पहुंचे। गेहलोत ने इनसे बात तो की लेकिन साफ कर दिया कि कार्रवाई रोकना उनके बस में नहीं है। आपको उपर बात करना होगी। इसके बाद सभी लोग विधायक पारस जैन के उत्तम नगर स्थित निवास पर पहुंचे। विधायक जैन ने इनसे बात की और आश्वासन दिया कि सिंहस्थ 2016 से पहले बने मकान वालों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।

ऐसे निकल सकता है हल

उज्जैन में सिंहस्थ क्षेत्र को लेकर गफलत की स्थिति बनी हुई है। आगर रोड पर गायत्री नगर, बापू नगर, पिपलीनाका इलाके में महावीर नगर, जानकी नगर, ग्यारसी नगर ऐसी कई कॉलोनियां है जहां की जमीन आज भी सिंहस्थ क्षेत्र में शामिल हैं लेकिन बस्तियों में हजारों परिवार निवास करते हैं। पूर्व नगर निगम अध्यक्ष सोनू गेहलोत के मुताबिक प्रशासनिक अधिकारियों से चर्चा कर उन्हें बताया गया है कि सिंहस्थ 1992, 2004 और 2016 तीनों सिंहस्थ में मेला लगने वाले क्षेत्र का डाटा तैयार कर ऐसे क्षेत्र जहां कभी सिंहस्थ नहीं लगा, उन जमीनों को सिंहस्थ से मुक्त किया जाना चाहिए। इसके लिए विस्तृत तौर पर बदलाव की आवश्यकता है, जहां सालों से बस्ती है वे क्षेत्र भी सिंहस्थ क्षेत्र बताए जा रहे हैं। जो गलत है।

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