अलमारी में बनी गुप्त तिजौरी से मिले 19 लाख रुपए
ईओडब्ल्यू उज्जैन ने देवास टीएनसीपी ड्राप्टमेन के घर छापा मारा
उज्जैन,अग्निपथ। ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ) ने गुरुवार को देवास टीएनसीपी (टाउन एंड कंट्री प्लानिंग) मानचित्रकार के इंदौर स्थित ठिकानों पर छापा मारा। करीब 27 साल की नौकरी में वेतन 40 लाख पाने वाले अधिकारी के पास करीब 10 करोड़ की संपत्ति मिली है। इनमें आलीशान मकान, लग्जरी कारे, फार्म हाऊस, दुकानें व गुप्त तिजौरी से 19 लाख रुपए हैं। बेहिसाब संपत्ति मिलने पर ईओडब्ल्यू ने उनके खिलाफ अनुपातहीन संपत्ति का केस दर्ज कर दिया।
इंदौर स्थित आशीष नगर निवासी विजय दरयानी देवास टीएनसीपी में मानचित्रकार है। ईओडब्ल्यू एसपी दिलीप सोनी को उनके पास बेहिसाब संपत्ति होने की शिकायत मिली थी। पुष्टि होने पर गुरुवार सुबह टीम ने उनके इंदौर स्थित ठिकानों पर छापा मारा। जांच में पॉश कॉलोनी में दो तीन मंजिला मकान, कल्पना लोक में लेट, तीन लग्जरी कार, जोडियाक कांपलेक्स में 11 स्क्वेयर फीट की दुकान, बंगाली कॉलोनी में दुकान, ग्राम नायता मुंडला में 6500 स्क्वेयर फीट का फार्म हाऊस मिला है। घर में अलमारी में गुप्त तिजौरी मिली, जिसमें 19 लाख रुपए नकद बरामद हुए। वहीं कई पॉलिसी और विभिन्न बैंकों में 12 खाते मिले। ईओडब्ल्यू को उम्मीद है कि खातों की जांच में काफी जमा रकम मिल सकती है। याद रहे ईओडब्ल्यू ने इस वर्ष यह दूसरी बार अनुपातहीन संपत्ति मामले में कार्रवाई की है। वहीं दो लोगों को ट्रेप भी किया है।
26 साल में करोड़पति बने
बताया जाता है दरियानी 1984 में 500 रुपए माह से नौकरी पर लगे थे। वर्तमान में उनका वेतन करीब 50 हजार रुपए है। अब तक उन्हें लगभग 40 लाख रुपए वेतन मिला, जबकि उनसे मिली संपत्ति का आंकलन किया जाए तो वह करीब 10 करोड़ रुपए होता है। वहीं उन्होंने अपने दो पुत्रों में से एक को विदेश में भी पढ़ाया है। विभाग उसका खर्च का हिसाब पता कर रहा है।
भू-माफिया बनाने में भूमिका-ईओडब्ल्यू को दरियानी के घर से इंदौर-देवास के टाऊन प्लान के बहुमूल्य कागजी व डिजीटल दस्तावेज बरामद हुए हैं। कुछ कागजों से उसके बड़े भू-माफियाओं से संबंधों का भी पता चला है। दावा है कि दरियानी ने अवैध कमाई के लिए कई पद का दुरुपयोग कर भू-माफिया पैदा कर दिए।
इन्होंने की कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक सोनी ने छापे के लिए अलग-अलग टीम बनाई थी। डीएसपी संजीव पाठक, अजय कैथवास के नेतृत्व में निरीक्षक अनिल शुक्ला, अजय संकत, कल्पना मिश्रा, प्रेमकिशोर व्यास, एसआई अर्जुन मालवीय, एएसआई संतोष राव, प्रधान आरक्षक मोहन पाल, विशाल बादल, लोकेंद्र देवड़ा, फिरोज मेव, आरक्षक भरत मंडलोई, मनोज सिरवईया व चंद्रशेखर ने छापा मारकर संपत्ति बरामद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
इनका कहना है
टीएनसीपी मानचित्रकार के पास बेहिसाब संपत्ति और गुप्त तिजोरी से लाखों रुपए मिले हैं। बैंक खातों की जांच के बाद राशि बढ़ सकती है। मामले में अनुपातहीन संपत्ति का केस दर्ज किया गया है।
-दिलीप सोनी, एसपी ईओडब्ल्यू