अनशन पर बैठे गांववासी
जावरा / रतलाम, अग्निपथ। गांधी जयंती के मौके पर पलसोड़ा गांव के लोगों ने गाँव के सरपंच के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है। पलसोड़ा गांव के 50 से अधिक लोग ग्राम पंचायत में कथित भ्रष्टाचार और सरपंच के दुव्र्यवहार से नाराज होकर अनशन पर बैठ गए हैं। अनशन पर बैठे ग्रामीणों को मनाने के लिए तहसीलदार और एसडीएम भी पहुंचे लेकिन ग्रामीणों ने कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम के गांव में आकर समस्या सुनने की मांग रखी है।
अनशन पर बैठे ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम पंचायत पलसोड़ा के ग्राम प्रधान द्वारा अवैध खनन और ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार किया जा रहा है। जिसकी शिकायत जिला प्रशासन से ग्रामीणों ने की थी लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं होने की वजह से ग्रामीण अब सत्याग्रह आंदोलन कर रहे हैं। ग्रामीणों की मांग है कि ग्राम प्रधान पर कार्रवाई की जाए।
कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम स्वयं गांव में पहुंचकर ग्रामीणों की समस्या सुने। प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को ग्रामीणों के अनशन पर बैठने की सूचना मिलने पर तहसीलदार गोपाल सोनी और एसडीएम अभिषेक गहलोत पलसोड़ा पहुंचे लेकिन ग्रामीण अनशन से हटने को तैयार नहीं हुए। इसके बाद ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना और भाजपा जिला अध्यक्ष राजेंद्र सिंह लुनेरा भी पलसोड़ा पहुंचे और ग्रामीणों को मनाने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीणों ने उन्हें भी वापस लौटा दिया।
अनशन पर बैठे ग्रामीणों का कहना है कि है कि ग्राम पंचायत में अवैध खनन और लाखों रुपए का भ्रष्टाचार करने वाले ग्राम प्रधान पर पहले कार्रवाई हो जिसके बाद ही वे आंदोलन समाप्त करेंगे। वहीं ग्राम प्रधान कैलाश राठौड़ का कहना है कि निजी जमीन में मुरम का खनन किया था। जिसका जुर्माना मैंने खनिज विभाग में जमा किया है। ग्रामीणों द्वारा लगाया जा रहे भ्रष्टाचार के आरोप निराधार हैं।