रासुका में है बंद, गुंडा अभियान में आठवीं कार्रवाई
उज्जैन, अग्निपथ। कूलर व्यापारी बोहरा भाइयों पर जानलेवा हमला करने वाले बदमाश का मकान गुंडा अभियान में सोमवार को जमीदोंज कर दिया गया। बदमाश को पुलिस पहले ही रासुका में जेल भेज चुकी है।
पुलिस द्वारा गुंडे-बदमाशों के अवैध और बिना अनुमति बने मकानों को जमीदोंज करने की कार्रवाई कर रही है। 24 सितंबर को नई सडक़ स्थित कूलर व्यापारी भाइयों द्वारा शराब के पैसे नहीं देने पर बदमाश कपिल पिता रमेश धानक ने चाकू से हमला कर दिया था। घटना के बाद कोतवाली पुलिस ने बदमाशों को गिरफ्तार किया था और उसके खिलाफ मामला दर्ज कर रासुका में कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया था।
बदमाश की लगातार बढ़ती अपराधिक गतिविधियों को देखते हुए पुलिस ने उसके मकान को तोडऩे का निर्णय लिया और नगर निगम से जानकारी मांगी। मकान बिना अनुमति और अवैध बना होना सामने आया। सोमवार दोपहर पुलिस और निगम का अमला शांतिनगर पहुंचा। भारी पुलिस बल देख परिवार ने विरोध करना शुरू कर दिया। कुछ देर बाद निगम गैंग ने मकान में रखा सामान बाहर निकाला और जेसीबी की मदद से मकान तोडऩा शुरू कर दिया। 4 घंटे में पूरा मकान खंडहर में तब्दील कर दिया गया।
बदमाश पर दर्ज है 12 अपराध
सीएसपी वंदना चौहान ने बताया कि बदमाश पर 12 अपराध दर्ज है। उसके खिलाफ पूर्व में भी मप्र. राज्य सुरक्षा अधिनियम की कार्रवाई की जा चुकी है। कुछ दिन पहले ही रासुका में जेल भेजा गया है। 8 मामले नीलगंगा और 4 कोतवाली थाने पर दर्ज है। 3 साल पहले शासकीय कार्य में बाधा का प्रकरण भी उसके खिलाफ दर्ज किया गया था। बदमाश का मकान तोडऩे की कार्रवाई में नीलगंगा टीआई तरुण कुरील, नागझिरी टीआई विक्रम इवने, भैरवगढ़ टीआई प्रवीण पाठक सहित पुलिस बल और नगर निगम के अधिकारी शामिल थे।
11 दिन में तोड़ा 8वां मकान
पुलिस ने 23 सितंबर से अभियान की शुरुआत की थी और मुल्लापुरा में शहंशाह, विष्णुपुरा में सन्नी मराठा का मकान तोड़ा था। 24 सितंबर को एकतानगर में दीपक अहिरवार, 27 सितंबर को कुत्ताबावड़ी में रमेश बरगुंडा, पानदरीबा में बलवट चौरसिया का मकान तोडऩे के बाद चिमनगंज थाना क्षेत्र के चिंतामणनगर में रहने वाले हिस्ट्रीशिटर बदमाश खन्ना और मोहननगर में अंकुश श्रीवास के मकान को जमीदोंज किया गया था।
पिता के पैसों से बनाया था मकान
बदमाश कपिल का मकान तोडऩे पहुंची पुलिस और नगर निगम की गैंग का विरोध करते हुए परिजनों का कहना था कि परिवार मजदूरी कर जीवन ज्ञापन कर रहा है। कपिल के पिता का बैंक से रिटायरमेंट होने पर मिले पैसों से मकान बनाया गया। कपिल की गलत हरकतों की कमाई से मकान नहीं बना है। बावजूद पुलिस ने उनके विरोध को दरकिनार कर मकान पर जेसीबी चलाना शुरू कर दिया। परिवार गुहार लगाता रहा कि वह कहां जायेेगें, लेकिन पुलिस ने उनकी एक ना सुनी।