कार बाजार में बिकने आई कारों का खुला राज
उज्जैन, अग्निपथ। कार बाजार में बिकने आई कारों की जांच में पहला प्रकरण नीलगंगा थाने पुलिस ने दर्ज किया है। 2 कारों के इंजन-चेसिस नंबर बदले मिलने पर गैरेज संचालक को हिरासत में लिया गया है। संभावना है कि कुछ ओर महत्वपूर्ण जानकरी सामने आ सकती है।
गुजरात-महाराष्ट्र की कारों की बड़े स्तर पर शहर में खरीदी-फरोख्त मामले में गड़बडी की जानकारी मिलने पर एसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ल ने जांच के आदेश दिये थे। एएसपी डॉ. रवीन्द्र वर्मा ने शहर के चार थाना क्षेत्र में जांच शुरू कर 350 से अधिक कारों के दस्तावेज और चाबियां जब्त कर ली थी। 21 आटो डीलर और कार बाजार चलाने वालों से दस्तावेज मांगे गये थे। 8 दिन बाद भी कई डीलर दस्तावेज नहीं दिखा पाये है।
इस बीच जांच में लगी नीलगंगा पुलिस ने वाकणकर ब्रिज के पास फजल आटो गैरेज से 2 कार क्रमांक एमपी 09 एचडी 5906 और एमपी 43 सी 1803 को जब्त कर लिया। दोनों के चेसिस और इंजन न बर में गड़बड़ी होना सामने आया है। एक कार को डिस्मेंटल कर दिया गया था। उसकी नंबर प्लेट भी बदल दी गई थी।
मामले में गैरेज संचालक फजलुउद्दीन के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्जकर हिरासत में लिया गया है। टीआई तरुण कुरील ने बताया कि गैरेज संचालक से पूछताछ की जा रही है। वह सही जानकारी नहीं दे पा रहा है। दोनों कारों के दस्तावेज भी नहीं मिले हंै। संभवत: एक कार चोरी की हो सकती है। पूछताछ के बाद मामले में खुलासा हो पायेगा।