महिदपुर, अग्निपथ। देश की नई शिक्षा नीति सभी के लिए लाभदायक है। इससे हर व्यक्ति को उसकी रुचि और क्षमता के अनुसार संबंधित क्षेत्र के लिए शिक्षा मिल सकेगी।
यह बात शहर में जिनदत्त इन्स्टीट्यूशन ऑफ एज्यूकेशन के निदेशक संदीप चौपड़ा ने कही। वे इंदौर में नई शिक्षा नीति 2020, चुनौतियां एवं क्रियान्वयन विषय पर केंद्रित एजूकेशन कन्क्लेव 2021 में बोल रहे थे।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव, विशेष अतिथि इंदौर सांसद शंकर ललवानी सांसद, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर की कुलपति डॉ. रेनू जैन एवं विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के कुलपति डॉ. अखिलेश पांडे थे। मध्यप्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों के शिक्षाविद विशेष रूप से कार्यक्रम में उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान चौपड़ा के विद्यार्थियों को प्रोजेक्ट के रूप में किसी इलेक्ट्रानिक डिवाइस को असेंबल करने का कार्य देने के सुझाव को उच्च शिक्षा मंत्री यादव ने सराहा।
सीबीएसई बोर्ड में विद्यालय का लगातार 3 वर्षो का 100 प्रतिशत परीक्षा परिणाम रहने पर मंत्री ने हिमांशी कसेरा, निकुंज पालीवाल, लिशा गेरा, चारित्र बोथरा, डोली आंजना, लब्धी नाहर एवं साक्षी पंड्या को सम्मानित किया। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति एवं उच्च शिक्षा मंत्री ने विद्यार्थियों से चर्चा कर विद्यालय आकर मिलने की इच्छा जाहिर की।
कॉन्क्लेव में महिदपुर से संदीप चौपड़ा, संस्था प्राचार्या निशा आचार्य, विराज चौपड़ा शिक्षकगण चद्रशेखर ठाकुर, इमरान खान, अजय धोतिया एवं विद्यालय के छात्र, छात्राएं उपस्थित थे।