सुपरवाइजर व 5 सुरक्षा कर्मियों पर धोखधड़ी का मुकदमा दर्ज
उज्जैन, अग्निपथ। कलेक्टर एवं अध्यक्ष श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति आशीष सिंह के निर्देश पर सत्कार शाखा के कार्यपालक सहायक अभिषेक भार्गव ने महाकालेश्वर मन्दिर में कार्यरत केएसएस सुरक्षा कंपनी के 05 सुरक्षाकर्मी एवं 01 सत्कार शाखा के कर्मचारी के विरूद्ध धोखाधड़ी कर महाकाल क्षेत्र में स्थित होटल विजय पैलेस में ठहरे कुछ दश्रनार्थियों को भस्म आरती कराये जाने के प्रकरण में धारा 420 एवं अन्य धाराओं में महाकाल थाने में प्रकरण दर्ज करवाया है।
कलेक्टर ने मंदिर और प्रोटोकॉल कर्मचारियों के साथ साथ ऐसे दुष्कृत्य में लिप्त अन्य लोगों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि भविष्य में ऐसा कृत्य पाए जाने पर इससे भी कड़ी सजा दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि विगत 2 अक्टूबर को महाकाल क्षेत्र स्थित होटल विजय पैलेस में ठहरे कुछ दर्शनार्थियों से महाकाल मन्दिर में दर्शन कराये जाने हेतु केएसएस कंपनी के सुरक्षाकर्मी सुरेश राठौर निवासी इंदिरा नगर उज्जैन ने सत्कार शाखा के कार्यालय में कार्यरत कर्मचारी मंगल तिवारी तथा सुरक्षा गार्ड संजय मालवीय, नीलम, सुपरवाइजर जीलेश कश्यप व शुभम कटारिया के साथ मिलीभगत से बाहर से आने वाले दर्शनार्थियों से भस्म आरती के लिये अतिरिक्त रुपये प्राप्त कर कूटरचना करके भस्म आरती की अनुमति जारी करते हुए श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के साथ धोखाधड़ी की गई। यही नहीं इनके द्वारा मन्दिर प्रबंध समिति को आर्थिक नुकसान पहुंचाते हुए मन्दिर की छवि को धूमिल किया गया। उक्त कृत्य के कारण सभी के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही हेतु महाकाल थाने में एफआईआर दर्ज की गई है।
सुपरवाइजर धर्मेन्द्र परमार को क्यो बख्श रहे
केएसएस कंपनी में कार्यरत सुरक्षाकर्मी गुमानसिंह, अनिलसिंह और अन्य दो सुरक्षाकर्मी को पिछले दिनों गेट नंबर 4 और अन्य प्रवेश द्वारों से लोगों को पैसा लेने के ऐवज के नौकरी से निकाल दिया गया था। लेकिन इनसे हफ्ता लेने वाले सुपरवाइजर धर्मेन्द्र परमार को बख्श दिया गया था। ऐसे में अनुमान लगाया जा सकता है कि अभी भी मंदिर में ऐसे सुपरसावाइजर और सुरक्षाकर्मी तैनात हैं जोकि सुरक्षाकर्मियों से पैसों की वसूली कर रहे हैं। इनको समय रहते निकालने की आवश्यकता है।