नलखेड़ा, अग्निपथ। शारदीय नवरात्रि के प्रथम दिन ही पांडवकालीन मां बगलामुखी मंदिर पर दर्शन करने वाले भक्तों का तांता लगने लगा। मंगला आरती के साथ मां की आराधना व भक्ति के महापर्व का आरंभ हुआ। प्रथम दिन 15 हजार से अधिक भक्तों द्वारा मातारानी के यहां शीश नवाकर मातारानी का आशीर्वाद प्राप्त किया।
गुरुवार को शारदीय नवरात्रि महापर्व प्रारम्भ हुआ। विश्व प्रसिद्ध सिद्धपीठ माँ बगलामुखी मंदिर पर मंगला आरती के बाद घट स्थापना की गई। प्रथम दिन माता रानी का स्वर्ण श्रृंगार कर पीली चूनर ओढाई गई। जिसमे माता रानी के आलौकिक दर्शन हो रहे थे। सम्पूर्ण गर्भगृह को फूलों से सजाया गया था।
विधायक ने किया मां बगलामुखी के दर्शन
नवरात्रि के प्रथम दिन क्षेत्र के विधायक राणा विक्रम सिंह मां बगलामुखी मंदिर पहुंचे मां मां बगलामुखी के दर्शन किए व प्रदेश एवं क्षेत्र में खुशहाली की की कामना की। मंदिर प्रबन्ध समिति द्वारा सम्पूर्ण नवरात्रि पर्व के दौरान भक्तों का गर्भगृह में प्रवेश निषेध कर सोलह खंबो के पांडाल में से दर्शन की अनुमति प्रदान की गई है।
इस बार भंडारा नहीं, माता रानी को लगाया 56 भोग
शारदीय नवरात्रि के प्रथम दिन गुरुवार को पीताम्बरा सेवा समिति के द्वारा माता रानी को 56 भोग लगाया गया। समिति द्वारा कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुवे इस बार भी भंडारे का आयोजन नहीं किया जा रहा है। हालांकि परंपरा निभाते हुए गुरुवार प्रात: 9.30 बजे समिति सदस्य व भक्तगण ढ़ोल-धमाकों के साथ माता रानी के जयकारे लगाते हुए हाथों में 56 तरह के विविध पकवान लेकर भंडारा स्थल से माता के दरबार मे पहुंचे। मातारानी को 56 भोग लगाकर माँ को चूनर समर्पित की गई।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा बनाया गया वैक्सिनेशन सेंटर

स्वास्थ्य विभाग द्वारा नवरात्रि पर मां बगलामुखी के दर्शन को आने वाले भक्तों के लिए मंदिर के बाहर कोरोनारोधी टीकाकरण सेंटर भी बनाया गया है। जहाँ नवरात्रि के पहले दिन से ही टीके लगाना प्रारंभ हो गया है। सेंटर पर कई भक्तों द्वारा टीकाकरण भी करवाया गया। वैक्सीनेशन केंद्र का क्षेत्रीय विधायक राणा विक्रम सिंह द्वारा निरीक्षण किया गया। बीएमओ विजय यादव ने बताया कि बाहर से आने वाले दर्शनार्थी कोरोनारोधी टीका लगवाना चाहते हैं वह अपना आधार कार्ड वैक्सीनेशन केंद्र पर ले जाकर टीका लगवा सकते हैं।