कर्मचारियों की चेतावनी निराकरण नहीं हुआ तो 22 को भोपाल में जंगी प्रदर्शन
उज्जैन, अग्निपथ। प्रदेश के सभी मान्यता एवं गैर मान्यता प्राप्त संगठनों द्वारा चलाये जा रहे चरणबध्द आंदोलन के दूसरे चरण में शुक्रवार को कलेक्टर कार्यालय पर जिले के हजारों अधिकारी एवं कर्मचारी व शिक्षकों ने सात सूत्रीय मांगों के समर्थन में प्रदर्शन कर नारेबाजी की।
मध्यप्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चे के अध्यक्ष मानसिंह चौहान ने बताया कि संयुक्त मोर्चे के मोतीलाल निर्मल, अनोखीलाल भारती, सुरेन्द्रसिंह चौहान, देवेन्द्र व्यास, कैलाश रामटेके, लक्ष्मीनारायण गुप्ता, डॉ. जीजी गोस्वामी, शेख मोहम्मद हनीफ, नरेश आठिया, दिग्विजयसिंह चौहान, भरत शर्मा, चित्रेश वाद्ये, नंदा पंवार ने अपने विचार व्यक्त किये एवं सरकार को चेतावनी दी कि यदि हमारी सात सूत्रीय मांगों का निराकरण न किया गया तो 22 अक्टूबर 2021 को प्रदेश स्तर पर भोपाल में जंगी प्रदर्शन किया जाएगा।
प्रदर्शन के बाद रैली बनाकर नारेबाजी करते हुए कल्याण पांडे एसडीएम को मुख्यमंत्री एवं प्रमुख सचिव के नाम ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन का वाचन संयुक्त मोर्चे के अध्यक्ष मानसिंह चौहान ने किया।
ये हैं प्रमुख मांगे
संयुक्त मोर्चा जिलाध्यक्ष मानसिंह चौहान के अनुसार ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई कि केन्द्र के समान शेष 16 प्रतिशत मंहगाई भत्ता देय दिनांक से सभी अधिकारीए कर्मचारी, निगम मंडल एवं पेंशनरों को एरियर सहित दिया जाये। जुलाई 2020 से देय वेतन वृध्दि का एरियर नकद दिया जाये। प्रदेश के अधिकारी कर्मचारियों को सशर्त उच्च न्यायालय के निर्णय की प्रत्याशा में पदोन्नति अतिशीघ्र प्रारंभ की जाये।
प्रदेश के सभी अधिकारी कर्मचारी निगम मंडल सहित को केन्द्र के समान गृह भाड़ा भत्ता दिया जाये। लिपिक वर्ग एवं अन्य संवर्ग की वेतन विसंगति दूर की जाये। नई पेंशन योजना समाप्त कर पुरानी पेंशन योजना लागू की जाये। अनुकंपा नियुक्ति के नियम शिथिल कर नियमित पद पर नियुक्ति दी जाये।