उज्जैन, अग्निपथ। लूट की वारदात में फरार चल रहा आरोपी सोमवार को सात साल बाद पुलिस की गिरफ्त में आ गया। जिसे 2 दिन की रिमांड पर लिया गया है।
इंदौररोड पर ग्राम राघौपिपलिया में 30 सितंबर 2014 को दिशा माइक्रो फिन कंपनी के मैनेजर नागेश्वर पंवार के साथ हुई 80 हजार की लूट को चार बदमाशों ने अंजाम दिया था।
वारदात के बाद से एक आरोपी धारासिंह मोगिया निवासी तराना लगातार फरार चल रहा था। जिसकी गिरफ्तारी पर 2 हजार का इनाम घोषित किया गया था। सोमवार को नानाखेड़ा थाने के एएसआई बीएस निगवाल को मुखबिर से सूचना मिली कि लूट में शामिल फरार बदमाश बस स्टैंड पर दिखाई दिया है।
एएसआई प्रधान आरक्षक वीरेन्द्र, आरक्षक राजेंद्र सिंघाड और चेतन जौहरी के साथ बदमाश की घेराबंदी के लिये पहुंचे। बदमाश तराना जाने के लिये बस का इंतजार कर रहा था। जिसे हिरासत में लेकर थाने लाया गया। दोपहर को न्यायालय में पेश कर दो दिन की रिमांड पर लिया गया है। वारदात में प्रयुक्त बाइक अब तक बरामद नहीं हुई है। जिसकी बरामदगी के प्रयास किये जा रहे हैं।
3 आरोपी हो चुके हैं गिरफ्तार
एएसआई निगवाल ने बताया कि वारदात के सालभर बाद लूट में शामिल 3 आरोपी लाखन राजपूत, कंचन राजपूत और प्रहलाद मोगिया को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका था। तीनों जमानत पर रिहा है। लूट की कुछ राशि तीनों से बरामद हुई थी। शेष राशि सात साल बाद गिरफ्त में आये बदमाश धारासिंह से बरमाद करने का प्रयास किया जाएगा।