एक एजेंट ने दूसरे एजेंट पर धमकाने और जान से मारने का आरोप लगाया
उज्जैन, अग्रिपथ। आरटीओ कार्यालय में दो एजेंटों के बीच विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों प्लास्टिक के पाइप से एक दूसरे के साथ भिड़ गए। इसमें एक एजेंट ने चार लोगों के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज कराया है।
पुलिस के मुताबिक गुरूवार दोपहर करीब 2.45 बजे आशीष देवड़ा से सोहनसिंह निवासी पिपलीनाका, बंटी मीणा निवासी अंकपात मार्ग एक ग्राहक को लेकर विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि वे आपस में प्लास्टिक के पाइप से एक दूसरे को पीटने लगे। आशीष का आरोप है कि दोनों ने इंदौर के मनीष को सलाह देने पर एतराज जताते हुए विवाद किया।
देवड़ा का आरोप है कि उसने इस मामले में बात करके हल निकालने को कहा तो दोनों ने साथ आए अभिषेक व सचिन के साथ मिलकर गालियां बकते हुए मारपीट शुरू कर दी। आशीष का आरोप है कि उसे प्लास्टिक के पाईप, लात, घूसे से पीटा । आरटीओ में मौजूद लोगों ने उसे बचाया। जाते-जाते चारों ने धमकी दी कि यदि मनीष को सलाह दी तो जान से खत्म कर देंगे।
माधवनगर थाना पुलिस ने पिपलीनाका निवासी सोहन सिंह , अंकपात मार्ग निवासी बंटी मीणा तथा माधवनगर क्षेत्र निवासी सचिन, अभिषेक के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर मामला जांच में लिया है। उधर एजेंट सोहन और उनके साथियों से उनका पक्ष जानने का प्रयास किया, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया। आरटीओ में 300 एजेंट हैं। करीब200 रोजाना काम के लिए आते हैं।
एडीएम सूर्यवंशी के जाते ही मामला बंद, दुकान खुली
आरटीओ कार्यालय में फाइलें बाहर ले जाकर काम करने के मामले में एडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी ने छापा मारा था। इस दौरान एजेंट की दुकान से सूर्यवंशी ने फाइलें जब्त की थी। इस मामले में कार्रवाई कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर की गई थी। परन्तु एडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी का उज्जैन से तबादला होते ही जांच की फाइल दब गई और आरटीओ कार्यालय में जिस दुकान पर एडीएम ने छापा मारा था और उसे सील किया था। अब वह खुल गई है।
बताया जाता है कि दुकान पर दुकान का असली मालिक बैठ रहा है। जिस एजेंट के खिलाफ फाइलों के निजी दुकान पर ले जाने का आरोप था, वह उस दुकान पर नहीं बैठ रहा है। अभी वह इधर -उधर से अपना काम कर रहा है।