एक दर्जन से ज्यादा अधिकारी-कर्मचारी आएंगे जांच के लेेपेटे में
उज्जैन, अग्निपथ। सिंहस्थ क्षेत्र में अवैध रूप से कॉलोनियां काटने, अवैध कालोनियों में प्लॉट खरीदकर मकान बनाने वाले लोगों के खिलाफ प्रशासन की कार्यवाही का रूख नगर निगम की तरफ भी हो गया है। पिछले एक पखवाड़े से नगर निगम में ऐसे अधिकारी-कर्मचारियों की तलाश की जा रही थी जिनकी सिंहस्थ क्षेत्र में अवैध निर्माण रोकने की जिम्मेदारी थी लेकिन सबकुछ देखकर आंखो को बंद कर लिया।
नगरनिगम एक्ट में भी अवैध निर्माण को प्रश्रय देने वाले लोगों के खिलाफ कार्यवाही का स्पष्ट प्रावधान है। सिंहस्थ क्षेत्र को अवैध निर्माण से मुक्त कराने के लिए जब से प्रशासन ने मुहीम शुरू की है तभी से अवैध निर्माण को प्रश्रय देने वाले जिम्मेदारों के खिलाफ कार्यवाही किए जाने की मांग हो रही है।
नगर निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता के लखनऊ से वापस लौटने के बाद से ही नगर निगम में ऐसे जिम्मेदारों की तलाश शुरू कर दी गई थी जिनके कार्यकाल में 2016 के बाद सिंहस्थ क्षेत्र में अवैध निर्माण हुए। बिल्डिंग परमिशन सेक्शन में रिकार्ड खंगलवाया गया तो वहां से कुछ खास जानकारी नहीं मिल सकी। इसके बाद आयुक्त ने स्थापना शाखा से सभी जोन कार्यालयों में पदस्थ बिल्डिंग इंस्पेक्टर सहित अन्य जिम्मेदारों के नाम निकलवाए।
नगर निगम से जुड़े सूत्र बताते है कि ऐसे लगभग एक दर्जन अधिकारी-कर्मचारियों के नाम सामने आए है, नगर निगम से जुड़े सूत्र बताते है कि इन सभी को सोमवार को नगर निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता द्वारा शोकाज नोटिस जारी किए जाएंगे। तय अवधि में जवाब आने के बाद आगे की कार्यवाही तय होगी।