दिवाली से पहले ग्रामीणों ने कोल्ड स्टोरेज में रखा आलू निकाला
उज्जैन, अग्रिपथ। सब्जी मंडी में इन दिनों प्याज, लहसुन की आवक भरपूर होने लगी है। इससे व्यापारी बिहार,बंगाल और यूपी भेजने लगे हैं। पिछले एक सप्ताह से पांच से सात गाडियां प्रतिदिन बाहर जा रही है। एक गाड़ी में 200 से 250 क्विंटल प्याज, लहसुन आता है। यानी एक हजार से 1200 क्विंटल प्याज और लहसुन रोजना बाहर जा रहा है। सामान्य प्याज 10 रुपए से 16 रुपए तक और अच्छी क्वालिटी का प्याज, लहसुन 25 रुपए से ज्यादा के रेट में बिक रहा है।
दस हजार प्याज के कट्टे की आवक
मंडी में आज करीब दस हजार कट्टे की आवक हुई। इसमें एक्स्ट्रा सुपर प्याज 2300 से 2450 रुपए क्विंटल के दाम, सुपर 2000 से 2200 रुपए क्विंटल, एवरेज 1600 से 1800 रुपए, गोल्टा 1300 से 1600, गोल्टी 800 से 1200, छाटन 400 से 600 रुपए क्विंटल के दाम पर बिका। वहीं आलू के 500 कट्टे आए। इसमें सुपर 1000 से 1200 रुपए क्विंटल, गुल्ला 700 से 900 रुपए , छर्री 200 से 400 रुपए क्विंटल, छाटन 100 से 200 रुपए क्विंटल के दाम पर बिका। लहसुन के 4000 कट्टों की आवक हुई। इसमें सुपर 6000 से 6500 रुपए क्विंटल मीडियम 3500 से 4000 और गोल्टी 2000 से 2300 रुपए क्विंटल के दाम पर बिकी।
सोयाबीन की 14000 बोरियों की आवक
मंडी में मंगलवार को किसानों की गाडिय़ां तो बहुत आई। परन्तु आवक उतनी नहीं आई। यानी किसान छोटी गाडियों में माल लेकर ज्यादा आए। आज ट्रेक्टर से ज्यादा छोटा हाथी जैसे वाहन ज्यादा थे। इससे मंडी में एक तरफ की सडक़ जाम हो गई थी। मंडी प्रशासन को गार्ड को एक तरफ का रास्ता करने के लिए तैनात करना पड़ा। सोयाबीन की 14902 बोरियों की आवक हुई। यह अधिकतम 5950 के दाम पर बिकी।
इसका मॉडल रेट 5160 रुपए है। आठ सौ रुपए ज्यादा मिलने पर किसान कम फसल ला रहा है। दस हजार के दाम पर किसान ने सोयाबीन बेची और बीज के लिए खरीदी है। ऐसे में दाम छह हजार रुपए मिलने पर उसने बंपर आवक के बाद भी फसल को रोक लिया है। व्यापारी भी यह समझ रहा है कि दस हजार की सोयाबीन बेचने और बीज के लिए 15000 तक रुपए देने वाला किसान अब कम दाम पर फसल नहीं बेचेगा। इसलिए व्यापारियों में आने वाले माल को लेकर कंपीटिशन भी बढ़ गया है।
गेहूं की आवक बढऩे लगी
किसानों ने घरों में रखा गेहूं त्यौहार पर बेचने शुरू कर दिया है। इन दिनों गेहूं की अच्छी बिकवाली हो रही है। किसान को दाम भी 2561 के अधितकम मिलने लगे हैं। हालांकि क्वालिटी अच्छी नहीं होने पर 1930 के न्यूनतम रेट पर भी गेहूं बिका है। गेहूं पूर्णा 123 बोरियां आई, जो 2215 के अधिकतम दाम पर बिका। पोषक की 411 बोरियां 2662 के अधिकतम दाम पर बिकी।
ज्वार की 19 बोरियां 1351 के अधिकतम दाम पर बिकी। काबली चना 502 बोरियां 8360 के अधिकतम दाम पर बिकी। किसानों को चने के कम दाम मिल रहे हैं। चना 9500 तक के दाम पर बिक चुका है। जबकि शंकर चना 262 बोरियां अधिकतम 5221 के दाम में बिका। इसका समर्थन मूल्य 4650 रुपए है। मक्का की 5 बोरियां 1625 रुपए और उड़द की 15 बोरियां 5671 के दाम पर बिकी।
सूखी बटला भी अब आने लगी है। क्योंकि हरी बटला का सीजन आने लगा है। इसलिए मंगलवार को 28 बोरियां 4970 के अधिकतम और 2901 के न्यूनतम दाम पर बिकी। इसका माडल रेट 4970 रुपए है। उधर धनिया 5510 अधिकतम रेट पर बिक रहा है। यह मॉडल रेट भी है। जबकि न्यूनतम 3000 हजार रुपए क्विंटल के दाम पर बिका है। मैथीदाना कभी ज्यादा तो कभी कम आ रहा है। यह 6601 के मॉडल रेट पर ही बिक रहा है।