नवनिर्मित भोजन, धर्मशाला समाज को सौंपी, 4 फरवरी को भव्य प्रतिष्ठा समारोह होगा
उज्जैन, अग्निपथ। अभ्युदयपुरम जैन गुरुकुल व 45 जिनालय कल्याण मंदिर परिसर में नवनिर्मित भोजनशाला, धर्मशाला व स्टाफ क्वार्टर्स का गुरुवार सुबह 11 बजे उद्घाटन हुआ। यह सुविधाएं समाज के लिए समर्पित की गयी। अब उज्जैन आने वाले श्वेतांबर जैन समाज के लोग इस तीर्थ में ठहरकर साधार्मिक भक्ति का लाभ ले सकेंगे।
गुरुकुल संस्थापक मालव मार्तंड आचार्य श्री मुक्ति सागर सूरी जी की निश्रा में हुए कार्यक्रम में नूतन मंदिर की भव्य प्रतिष्ठा का मुहूर्त 4 फरवरी 2023 घोषित किया हुआ। कार्यक्रम के दौरान मंदिर में प्रतिष्ठित होने वाली 45 पाश्र्वनाथ प्रभु व अन्य अधिष्टायक देव की संगमरमर की प्रतिमाएं भी दर्शनार्थ रखी गई। कार्यक्रम में हैदराबाद, चेन्नई मुंबई, बेंगलुरु, पुणे सहित मध्य प्रदेश के विभिन्न शहरों से समाज जन शामिल हुए। कायक्रम को कर्नाटक के राज्यपाल डॉ. थावरचंद गेहलोत वर्चुअल रुप से संबोधित किया। बता दें कि 25 बीघा भूमि में यह तीर्थ विकसित हो रहा है। जसमे सफेद संगमरमर से 45 जिनालय नवग्रह कल्याण मंदिर का निर्माण अंतिम चरणों में है। जो अपने आप में श्वेतांबर जैन तीर्थों की श्रंखला में अनूठा तीर्थ रहेगा।
14 वर्षीय बालिका सांसारिक जीवन छोड़कर लेगी वैराग्य
महिदपुर की 14 वर्षीय बालिका रिदम कोचर सांसारिक सुखों का त्याग कर जैन दीक्षा ग्रहण करेगी। गुरुवार को कार्यक्रम दौरान आचार्य श्री ने दीक्षा के लिए 14 फरवरी 2022 का मुहूर्त प्रदान किया। जयकारों के बीच दीक्षार्थी रिदम ने परिसर में प्रवेश किया और फिर आचार्य श्री ने उसे आशीर्वाद प्रदान किया। बालिका के साथ उसके माता.पिता व परिजन भी मौजूद रहे। ये दीक्षा महोत्सव महिदपुर में ही होगा।