ग्राम भेसुनी के ग्रामीणों ने कलेक्टर व जिपं सीईओ को की शिकायत
देवास, अग्निपथ। जिले के ग्राम भेसुनी के आंगनबाड़ी केन्द्र क्रमांक 1 में शासन की योजनाओं का पर्याप्त लाभ जरूरतमंदों को नहीं मिल रहा है। यहां तक कि यहां हितग्राहियों के लिए सरकार से मिलने वाला सामान भी उन तक नहीं पहुंचकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने परिवार के लोगों को बांटा जा रहा है।
यह आरोप गांव के लोगों ने कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ को दिए शिकायती पत्र में की है। इसमें बताया गया कि आंगनबाड़ी केंद्र में पदस्थ कार्यकर्ता सुनीता जाटव द्वारा शासन की समस्त योजनाओं का समय पर संचालन नही करते हुए पिछले कई वर्षों से आंगनवाड़ी के बच्चों एवं गर्भवती धात्री महिलाओं एवं कुपोषित बच्चों के जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है। ग्रामीणों ने शिकायत करते हुए बताया कि जाटव द्वारा शासन की योजनाओं में बाल पोषण आहार आटा, बेसन, लड्डू, सोया बर्फी, लड्डू खिचड़ी, हलवा, सत्तू, मुरमुरा गर्भवती धात्री महिला कुपोषित बच्चों को वितरण करने के बजाय स्वयं व परिवार के लोगों में वितरण किया जा रहा है। साथ ही शासन को फर्जी आंकड़े देकर हितग्राहियों को लाभ देना बताया जा रहा है।
खुद का स्वसहायता समूह बना लिया
ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री मातृत्व योजना, सुकन्या योजना, लाड़ली लक्ष्मी योजना अंतर्गत लाभान्वित हितग्राही से बगैर रुपए लिए पंजीयन नहीं किया जा रहा है। आंगनवाड़ी में कार्यकर्ता ने स्वयं का फर्जी शुभम सहायता समूह का संचालन किया जाता है। जिसमें स्वयं के परिवार के सभी सदस्य होकर अध्यक्ष एवं सचिव बनाए गए हैं। जो कि विजयागंज मंडी में निवासरत नहीं होकर शासकीय सर्विस में होकर अन्य जगह निवास करते हैं। जबकि समूह के अध्यक्ष रजनी जाटव आंगनवाड़ी, कार्यकर्ता सुनीता जाटव की पुत्री है जो विवाहित होकर दूसरे जिले में रहती है। जिसका पति पुलिस विभाग में कांस्टेबल पद पर पदस्थ हैं तथा समूह की सचिव सुनीता पति ओमप्रकाश आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सुनीता जाटव की देवरानी है और अभी इंदौर में निवासरत है। रसोईया कविता आंगनवाड़ी सहायिका की पुत्री होकर शादीशुदा है जो पिछले 8 वर्षों से शादी कर अन्य जगह पर निवास कर रही है। फिर भी रसोइयों के नाम से फर्जी वेतन आहरण कर रही है। समूह में पूजा पति लाखन जाटव आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की देवरानी होकर आशा कार्यकर्ता के पद पर पदस्थ होने के बाद भी समूह में सदस्य होकर संचालन कर रही है।
फर्जी सील भी बनवाई
शिकायती पत्र में ग्रामीणों ने बताया कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता द्वारा फर्जी तरीके से सरपंच सचिव की सील बनवा कर फर्जी हस्ताक्षर से ग्राम संगठन बनाया गया और स्वयं संचालित करती है। जिसमें भी उसकी पुत्री रजनी जाटव पुलिस कांस्टेबल की पत्नी अध्यक्ष है तथा पूजा जाटव आशा कार्यकर्ता सचिव है। जो की नियम विरुद्ध है एंव ग्राम संगठन का खाता क्रमांक 820210210000161 से फर्जी तरीके से लाभ ले रहे हैं तथा शासन की राशि का दुरुपयोग कर रहे है। ग्राम पंचायत की फर्जी सिल बनाकर फर्जी प्रस्ताव ठहराव बनाकर उसकी देवरानी चंदा जाटव को पहले आशा कार्यकर्ता फिर आशा सुपरवाइजर के पद पर फर्जी तरीके से पदस्थ कराया गया। जिसका ग्राम पंचायत द्वारा कोई भी ठहराव प्रस्ताव पारित नहीं किया गया।
केस दर्ज कराने की मांग
ग्रामीणजनों ने कलेक्टर एवं पंचायत सीईओ से मांग की है कि उपरोक्त तथ्यों के आधार पर न्याय संगत निर्णय लेते हुए सुनीता जाटव, चंदा जाटव तथा पूजा जाटव को पद से पृथक कर उन पर भ्रष्टाचार गबन तथा शासन की योजनाओं का दुरुपयोग करने के विषय में 420 का प्रकरण पुलिस थाने में दर्ज कर कार्यवाही की जाए। इस अवसर पर शरद स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष माया पांचाल, सचिव मनीषा चौहान, जय महांकाला स्वयं सहायता समूह अध्यक्ष कैलाश रतन सिंह, सचिव आरती मालवीय सहित अन्य ग्रामीण महिलाएं उपस्थित थीं।