उज्जैन, अग्निपथ। तपोभूमि प्रणेता मुनि प्रज्ञासागरजी के सान्निध्य में श्री महावीर तपोभूमि उज्जैन में अत्याधुनिक तरीके से निर्मित पुस्तकालय के शुभारंभ एवं तपोभूमि प्रणेता के स्वर्ण जन्म जयंती वर्ष के अवसर पर आयोजित मां जिनवाणी दिव्योत्सव आज दोपहर 3 बजे से आयोजित किया गया।कार्यक्रम में मुख्य रूप से कर्नाटक के राज्यपाल महामहिम थावरचंद गहलोत विशेष रूप से मौजूद थे ।
मुनि श्री प्रज्ञा सागर जी महाराज ने अपने प्रवचन में कहा कि जिस गांव में मैं जन्मा हूं वहां पर जो नदी बहती है उस नदी का नाम थावर नदी है। इसलिए हम कह सकते हैं कि थावर चंद गहलोत का हमसे जन्मों का नाता है, वहां नदी लोगों को पावन कर रही है तो यहां थावर चंद जी गहलोत धार्मिक आयोजनों में अपना उत्साह दिखा कर एवं कार्यक्रमों में शिरकत कर अपने आपको एवं लोगों को पावन कर रहे हैं।
राज्यपाल थावर चंद गहलोत ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज विश्व को अहिंसा के मार्ग पर चलने की आवश्यकता है भगवान महावीर स्वामी के उपदेश जियो और जीने दो किस सिद्धांत पर चलकर इस दुनिया में अहिंसा को हटाना होगा ।
मुख्य द्वार स्वागत अशोक जैन चायवाले, कमल मोदी, दिनेश जैन, इंदरमल, धर्मचन्द पाटनी, विमलचन्द , अतुल सोगानी ने गुलदस्ता देखकर स्वागत किया। लाइब्रेरी के उद्घाटन हेतु मंच पर गुरुदेव को श्री फल भेंटकर पवन बोहरा, राजेन्द्र लोहाडिया, सुनिल जैन ट्रांसपोर्ट वाले, फूलचंद छाबडा ने किया।