पत्नी का आरोप लोन चुकाने के बाद भी कर रहे परेशान
उज्जैन,अग्निपथ। एक युवक ने मंगलवार को नर्मदा झाबुआ ग्रामिण बैंक में जहर खाकर आत्महत्या की कोशिश की है। उसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। आत्मघाती कदम उठाने की वजह बैंक द्वारा लोन चुकाने के बाद भी रजिस्ट्री नहीं देना है। मामले में महाकाल पुलिस जांच कर रही है।
दानीगेट निवासी गौरव पिता आजादसिंह तोमर (26) ने मंगलवार दोपहर क्षेत्र में ही स्थित नर्मदा झाबुआ ग्रामिण बैंक में जहर खा लिया। उसे गंभीर हालत में बैंक मैनेजर अभिषेक श्रीवास्तव व अन्य कर्मचारियों ने जिला अस्पताल पहुंचाया। यहां गभीर हालत देखते हुए उसे आईसीयू में भर्ती किया गया।
अस्पताल में गौरव की पत्नी लक्ष्मी तोमर ने बताया कि उनके ससुर ने जानकी नगर वाले मकान की बैंक में रजिस्ट्री रखकर लोन लिया था। ससुर की कोरोना से मौत होने के बाद रजिस्ट्री मांगने पर बैंक ने 4.65 लाख रुपए बकाया बताया। इस पर पति ने गत सप्ताह राशि भर दी। बावजूद बैंक अधिकारी रजिस्ट्री देने से इंकार कर अन्य बैंकों का भी बकाया बताते हुए परेशान कर रहे थे। इससे परेशान होकर गौरव ने जहर खाया है।
बयान के बाद पता चलेगा सच
टीआई मुनेंद्र गौतम ने बताया कि जांच अधिकारी अस्पताल पहुंचे थे, लेकिन गौरव की स्थिति गंभीर होने से बयान नहीं होने पर घटना की वजह पता नहीं चल सकी। उसके बयान के बाद कार्रवाई की जाएगी। हालांकि बैंक मैनेजर ने उन्हें लोन बकाया होना बताया है। वहीं बैंक मैनेजर अभिषेक श्रीवास्तव स्पष्ट नहीं बता सके कि कितना लोन बकाया है और गौरव को रजिस्ट्री क्यों नहीं दी जा रही है।