नागदा स्टेशन पर की थी चोरी, आठ लाख के लैंस कोडिय़ों के दाम बेचे
उज्जैन,अग्निपथ। वाईल्ड लाईफ फोटोग्राफर का 9 दिन पहले ट्रेन से लाखों के सामान से भरा बेग उड़ाने वाले दो संदिग्धों को जीआरपी ने गिरफ्त में ले लिया, लेकिन शनिवार शाम तक पुलिस उनसे माल बरामद नहीं कर सकी। वजह है कि आरोपियों ने कैमरे के 8 लाख रुपए के लैंस कोडिय़ों के दाम पर बेच दिए।
जीआरपी पुलिस के मुताबिक इंदौर निवासी सौमित्र पिता भूपेंद्र शुक्ला वाईल्ड लाईफ फोटोग्राफर है। 28 अक्टूबर को इंदौर-जौधपुर एक्सप्रेस के कोच बी-1 से उनका बेग चोरी हो गया था,जिसमें कैमरे के करीब 8 लाख के लैंस और लेपटॉप था। शुक्ला की रिपोर्ट पर इंदौर जीआपी ने जीरो पर केस दर्ज कर जांच के लिए डायरी भेजी थी। मामले की पड़ताल करते हुए घटना दिनांक के स्टेशन के सीसी टीवी कैमरे खंगाले तो फुटेज में दो युवक बेग झोले में भरकर ले जाते मिले। उनकी पहचान शास्त्रीनगर हाल सुवासरा निवासी राहुल व रतलाम के अनिल के रूप में होने पर दोनों को शनिवार सुबह पकड़ा।
अनिल ने कबूला कि चोरी के बाद लैपटाप राहुल ले गया था और समझ में नहीं आने पर लैंस उसने डेढ़ हजार रुपए में बेच दिए। दोनों से माल बरामद होने के बाद मामले का खुलासा किया जाएगा।
नींद पड़ी भारी
शुक्ला जौधपुर एक्सप्रेस में सवाई माधौपुर से इंदौर जाने के लिए बी -1 में यात्रा कर रहा था। नींद के दौरान हीं नागदा स्टेशन आ गया और यहां करीब 45 मीनिट ट्रेन रुकी रही। इसी फायदा उठाकर चोर उसका बेग ले उड़े। नींद खुलने पर शुक्ला को चोरी का पता चला तो इंदौर में ट्रेन रूकते ही वह जीआरपी पहुंच गए।
ऐसे की वारदात
पुलिस रिकार्डनुसार अनिल व राहुल पूर्व में भी चोरी के मामले में पकड़ा चुके हैं। घटना वाले दिन दोनों नागदा में मिले और बड़ा हाथ मारने का प्लान बनाते हुए स्टेशन पहुंच गए। यहां ट्रेन में शिकार तलाश रहे थे। इसी दौरान शुक्ला को सोता देख उसका बेग उड़ाया और झोले में भरकर स्टेशन से बाहर निकल गए।